बिना पंजीकरण के एलाउड फॉर प्राइमरी टीरटमेंट विधाउट फी फॉर वन ईयर का शपथ पत्र पर जारी कर दिया आदेश
बस्ती। जिले के एक डिप्टी सीएमओ डा0 एस0बी0 सिंह के कारनामे के चलते स्वास्थ्य विभाग चर्चा मे है। इन साहब का किसी भी तरीके से स्वार्थ सिद्व हो जाये वह किसी भी प्रकार का आदेश जारी करने से नही चूकते। वह भले ही विधि व्यवस्था मे ही न हो। डिप्टी सीएमओ डा0 एस0बी0 सिंह के करतूतों से सीएमओ भी हैरान और परेशान हैं। मामला ढडौरा बानपुर जपद बस्ती निवासी दीपक कुमार पुत्र जगदीश प्रसाद से जुडा है। जो बिना पंजीकरण के बानपुर मे प्राईवेट प्रेक्टिस करता हैं।
उल्ल्ेाखनीय है कि डिप्टी सीएमओ डा0 एस0बी0 सिंह ने भ्रमण के कथित रूप से दौरान दीपक कुमार से निजी लाभ प्राप्त कर दीपक कुमार के द्वारा एक शपथ पत्र पर एक वर्ष के लिए प्रेक्टिस करने का फरमान लिखित रूप से जारी कर दिया। जिसकी चर्चा चहुंओर हैं। दिये गये शपथ पत्र मे दीपक कुमार ने लिखा है कि वह सदर्र, जुकाम, बुखार आदि रोगों का इलाज करेगा। लेकिन गंभीर रोगों से पीडित मरीजों को वह हायर सेन्टर भेज देगा। इस शपथ पत्र पर डिप्टी सीएमओ डा0 एस0बी0 सिंह ने अपने द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए लिखा एलाउड फॉर प्राइमरी टीरटमेंट विधाउट फी फॉर वन ईयर। और डा0 सिंह ने अपना हसताक्षर भी किया और मुहर भी लगाया। शपथ पत्र पर जारी किये गये इस आदेश का चर्चा आम है। डिप्टी सीएमओ डा0 एस0बी0 सिंह के इस करतूत से स्वास्थ्य विभाग की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। अगर देखा जाए तो जिले मे ऐसे सैकडों मुन्ना भाई बिना पंजीकरण के क्लीनिक चला रहे हैं बताया जाता है कि उनकों भी संरक्षण डा0 सिंह ही प्रदान करते हैं। विभागीय अधिकारियों के इस कृत्य से मरीजों का शोषण और दोहन हो रहा है। जिनका कोई पुरसाहाल नही है।
इस खबर के सम्बन्ध मे डिप्टी सीएमओ डा0 एस0बी0 सिंह से फोन कर उनका पक्ष लेने का प्रयास तीन बार किया गया लेकिन उन्होेने फोन रिसीव नही किया।
इस सम्बन्ध मे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 राजीव निगम से बात किया गया तो उन्होेने कहा कि जिस प्रकार से डा0 एस0बी0 सिंह ने शपथ पत्र पर आदेश किया है वह पूरी तरीके से विधि विरूद्व है। इस प्रकरण की जांच करायी जायेगी। दोषी पाये जाने पर मामला शासन को संदर्भित किया जायेगा।