Tuesday, May 7, 2024
हेल्थ

टीकाकरण कराने के बाद ज़रूर लें टीकाकरण कार्ड

बस्ती। कोविड का पहला टीका लगवाने के बाद अस्पताल से टीकाकरण कार्ड जरूर लें। कार्ड दिखाने पर ही टीके की दूसरी डोज लगाई जाएगी। अगर कोई अस्पताल कार्ड देने में हीलाहवाली करता है तो उसकी शिकायत कर सकते हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस संबंध में स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किया है।

केंद्र सरकार द्वारा कोरोना टीकाकरण को लेकर जारी की गई नई गाइड लाइन के अनुसार पहली अप्रैल से 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। अब पहली जनवरी 1977 से पहले जन्मे सभी लोगों को टीकाकारण अभियान में शामिल किया जाएगा।

ऑनलाइन कराएं पंजीकरण
टीका लगवाने के लिए कोविन पोर्टल पर पहले से ऑनलाइन पंजीकरण कराकर या टीकाकरण केंद्र पर तत्काल पंजीकरण कराकर कोरोना का टीका लगवा सकते हैं। टीका लगने के तत्काल बाद टीकाकरण का प्रमाणपत्र दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार हर लाभार्थी के लिए यह प्रमाणपत्र लेना ज़रूरी है, क्योंकि इस पर टीकाकरण की तिथि और वैक्सीन का नाम अंकित होता है, जिसके आधार पर लाभार्थी को टीके की दूसरी डोज़ दी जाएगी। सरकार ने सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को टीककरण का नि:शुल्क प्रमाणपत्र देना अनिवार्य किया है।

1075 पर कर सकते हैं शिकायत
कोरोना का पहला टीका लगने के समय ही अस्पताल से प्रमाण पत्र लेना चाहिए| यह प्रमाण पत्र हार्ड कॉपी या ऑनलाइन नि:शुल्क लिया जा सकता है| यदि कोई अस्पताल नि:शुल्क प्रमाणपत्र देने में आनाकानी करे, तो इसकी शिकायत टोल फ्री नंबर 1075 पर की जा सकती है। टीका लगने के बाद आधे घंटे निगरानी कक्ष में रहने के दौरान हर लाभार्थी यह सुनिश्चित करे कि अस्पताल उसे टीकाकरण प्रमाणपत्र, उसकी सॉफ्ट कॉपी या लिंक ज़रूर दे।

दूसरी डोज का अंतराल बढ़ा
कोविशील्ड की दो डोज़ के बीच का अंतराल भारत सरकार ने बढ़ा दिया है।
दो डोज़ के बीच का अंतराल जो पहले चार से छह हफ्ते था, अब बढ़ाकर चार से आठ हफ्ते कर दिया गया है। कोरोना वायरस के खिलाफ अधिकतम प्रतिरक्षा पाने के लिए छह से आठ हफ्तों के बीच ही दूसरी डोज़ लगवाना ज़रूरी है।

सभी सरकारी व निजी अस्पताल में कोविड का टीका लगने के बाद प्रमाणपत्र जारी किया जा रहा है। इसके अलावा टीका लगने के बाद लाभार्थी के मोबाइल पर मैसेज आता है। मैसेज का लिंक खोलकर ऑनलाइन प्रमाणपत्र भी डाउन लोड किया जा सकता है।
— डॉ. एफ हुसैन, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी, बस्ती