Saturday, May 4, 2024
हेल्थ

कॉन्टैक्ट लेंस का करते हैं इस्तेमाल, तो इससे हो सकती हैं यह बीमारियां

कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल इन दिनों काफी बढ़ गया है। जहां कुछ लोगों के लिए हरदम चश्मा पहनना सुविधाजनक नहीं होता, ऐसे में वह कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं। इसके अलावा, कुछ लोग बतौर फैशन भी इसे इस्तेमाल करते हैं। कॉन्टैक्ट लेंस के कलर के कारण ना सिर्फ उनकी आंखें सुंदर लगती हैं, बल्कि पूरे चेहरे का लुक भी बदल जाता है। हो सकता है कि अब तक आप भी ऐसा करते आए हों। लेकिन इनके साथ एक समस्या यह भी है कि इन्हें हरदम नहीं पहना जा सकता। इसके अलावा, अगर आप इसकी सफाई नहीं करते या फिर सही तरह से देखभाल नहीं करते तो इससे आंखों के संक्रमण होने की संभावना रहती है। तो चलिए आज हम ऐसी ही बीमारी के बारे में बता रहे हैं, जो कॉन्टैक्ट लेंस के कारण हो सकती है−

होती हैं यह बीमारियां

आई केयर एक्सपर्ट बताते हैं कि जो लोग लगातार कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं और उसका पूरा ध्यान नहीं रखते तो ऐसे में उन्हें केराटाइटिस अर्थात् कॉर्निया के संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। इसे कॉर्नियल अल्सर भी कहा जाता है। वायरस, बैक्टीरिया, कवक आदि केराटाइटिस का कारण बन सकता है। इसके अलावा, जब आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, उन्हें कंजक्टिवाइटिस होने का खतरा अधिक रहता है। ये संक्रमण आपकी आंख के सफेद हिस्से और आपकी पलकों के अंदर को कवर करने वाली पतली झिल्ली में बैक्टीरिया या वायरस से आते हैं।

पहचानें लक्षण

आई केयर एक्सपर्ट कहते हैं कि आंखों का संक्रमण होने पर आपको कुछ लक्षण नजर आते हैं। अगर आपको उनमें से कोई लक्षण नजर आता है तो आपको तुरंत कॉन्टैक्ट लेंस पहनना बंद कर देना चाहिए और आई केयर एक्सपर्ट को दिखाना चाहिए। इस लक्षणों में प्रमुख है रेडनेस, सूजन, आंखों के बार−बार आंसू आना या चिपचिपापन, धुंधला नजर आना, लाइट सेंसेटिविटी, आंखों में खुजली या जलन का अहसास और आंखों में दर्द होना। हो सकता है कि आप इन्हें हल्के में लें लेकिन वास्तव में यह काफी गंभीर हो सकता है और अपनी आंखों की रक्षा के लिए आपको तुरंत उपचार ही आवश्यकता हो सकती है।

 

– मिताली जैन