UP Global Investors Summit-2023. 23 हजार करोड़ निवेश के एमओयू पर मिली सफलता-अजय कुमार पाण्डेय
बस्ती की संस्था इंदिरा चैरिटेबल सोसाइटी ने इन्वेस्टर्स समिट में किया योगदान
बस्ती 13 फरवरी। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में बस्ती की संस्था इंदिरा चैरिटेबल सोसाइटी ने ब्रिटेन की डिफेन्स और एयरोस्पेस, मेडिकल के क्षेत्र की छह बड़ी कंपनियों से लगभग 23 हजार करोड़ निवेश के एमओयू पर यूके के रक्षा मंत्री एलेक्स चाक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एनआरआई मंत्री नंद गोपाल नंदी के समक्ष यूके पार्टनर कंट्री डिफेंस सत्र में हस्ताक्षर कराने में सहयोग दिया। सोसाइटी के कार्यकारी अधिकारी अजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि उनकी सोसायटी को समन्वय का दायित्व सौंपा गया था जिसे बखूबी निभाया गया और प्रयास के बेहतर परिणाम सामने आये। उन्होने उम्मीद जताया कि 23 हजार करोड़ निवेश के एमओयू से उत्तर प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रोें को नवीन ऊर्जा मिलेगी।
यहां जारी विज्ञप्ति के माध्यम से अजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि यूके के रक्षा मंत्री एलेक्स चाक ने कहा उत्तर प्रदेश की महान धरती पर खड़े होकर पूरे विश्व को निवेश के लिए न्योता देना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। रक्षा मंत्री ने एनजीओ इंदिरा चैरिटेबल सोसाइटी और उत्तर प्रदेश सरकार को ब्रिटेन की परियोजनाओं को निवेश का न्योता देने के लिए आभार जताया।
पार्टनर कंट्री डिफेंस सत्र के अंत में एनजीओ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय कुमार पाण्डेय ने यूके के रक्षा मंत्री को उपहार स्वरूप चरखा प्रदान किया। उपहार से गदगद रक्षा मंत्री ने कहा ‘परदेसी परदेसी जाना नहीं मुझे छोड़ कर’।
यूके पार्टनर कंट्री डिफेंस सत्र में यूनाइटेड किंगडम के रक्षा मंत्री एलेक्स चाक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मंत्री नंद गोपाल नंदी, यूके ट्रेड कमिश्नर दक्षिण एशिया एलन, इंडिया पार्टनरशिप फॉर्म यूके मोहन कौल, यूके डिफेंस सिक्योरिटी एक्सपोर्ट्स फ्रैंक क्लिफोर्ड, यूके इंडिया बिजनेस काउंसिल के ग्रुप सीईओ रिचर्ड मैंकलम, पूर्व वायुसेना अध्यक्ष आरके भदौरिया सहित देश विदेश के सैकड़ों उद्यमी उपस्थित रहे। अजय पाण्डेय ने बताया कि बस्ती के कप्तानगंज क्षेत्र में इंदिरा भवन के नाम से प्रसिद्ध इंदिरा चैरिटेबल सोसाइटी का केंद्रीय कार्यालय है। हालांकि एनजीओ की प्रशासनिक गतिविधियां दिल्ली स्थित प्रशासनिक कार्यालय से संपादित की जाती हैं। कहा कि वे इसे सोसायटी के उपलब्धि के रूप में देख रहे हैं।