Sunday, May 19, 2024
हेल्थ

ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने में कारगर है होम्योपैथी -डॉ भास्कर शर्मा

देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्‍या में तेजी से इजाफा हो रहा है. कोरोना का नया स्‍ट्रेन पहले से काफी खतरनाक साबित हो रहा हैlकोरोना के नया स्‍ट्रेन फेफड़ों पर सीधा हमला कर रहा है और मरीज को ऑक्‍सीजन लेवल काफी कम हो जा रहा हैl कोरोना सीधे तौर पर फेफड़ों और श्‍वसन प्रक्रिया को प्रभावित करता है इसलिए शरीर में अधिक से अधिक ऑक्‍सीजन की जरूरत होती हैlकोविड 19 के संक्रमण के कारण शरीर में हुई ऑक्‍सीजन की कमी के गंभीर परिणाम सामने आते हैं. कोविड रोगी व उसकी देखभाल करने वालों को इस बात पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है कि मरीज का ऑक्‍सीजन लेवल कम न होने पाएlकई ऐसे कोविड मरीज जो गंभीर नहीं हैं उनके लिए अपने शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बनाए रखना बेहद जरूरी हैl सिद्धार्थ नगर के वरिष्ठ होम्योपैथिक डॉक्टर भास्कर शर्मा ने कहा कि शरीर में ऑक्सीजन का सैचुरेशन लेवल होता हैlइसका मतलब है कि आपके शरीर में रक्त कणिकाओं में कितनी ऑक्सीजन की मात्रा हैlयह पर्सेंटेज के आधार पर मापी जाती हैlजैसे अगर आपका ऑक्सीजन लेवल 96 है तो इसका मतलब है कि महज चार प्रतिशत खून कोशिकाओं में ऑक्सीजन नहीं हैlबढ़िया ऑक्सीजन मात्रा वाले ब्लड सेल्स और अन्य ब्लड सेल्स यानी कि चमकदार लाल और गहरे लाल ब्लड सेल्स के अनुपात के आधार पर ही ऑक्सीमीटर डिवाइस ऑक्सीजन सैचुरेशन को प्रतिशत में कैलकुलेट करती है और डिस्प्ले में रीडिंग बता देती हैl यह काम ऑक्सीमीटर करता हैl आगे डॉक्टर भास्कर शर्मा ने यह भी कहा कि सामान्य इंसान में ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल 95 से 100 प्रतिशत के बीच होना चाहिएl शरीर में खून में मौजूद हीमोग्‍लोबिन ऑक्‍सीजन का वाहक होता हैlये पूरे शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति करता हैlशरीर में ऑक्सीजन की कमी हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करती हैl ऑक्‍सीजन की कमी के कारण शरीर में ब्लड सर्कुलेशन धीमा पड़ा जाता हैl यहीं नहीं ऑक्‍सीजन की कमी से ब्रेन हैमरेज व हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता हैlमधुमेह रोगियों में ऑक्सीजन की कमी के कारण रक्त में शुगर अचानक बढ़ जाता है जो जानलेवा होता हैl ऑक्सीजन की कमी से थायरॉइड हार्मोन का संतुलन भी बिगड़ जाता हैl ऑक्सीजन लेवल 90 से कम हुआ तो खतरा कोरोना होने पर ऑक्सीजन लेवल तेजी से कम होता है। डॉ शर्मा ने यह भी कहा कि अगर मरीज का spo2 लेवल 94 से 100 के बीच है तो वह स्वस्थ्य है। अगर लेवल 94 से नीचे आए तो कई दिक्कतें आ सकती है। वहीं अगर सैचुरेशन लेवल 90 से भी नीचे जाए तो रोगियों के लिए खतरा है।आगे डॉक्टर भास्कर शर्मा ने ऑक्सीजन की कमी के लक्षणों का खुलासा करते हुए कहा कि सांस लेने में कठिनाई,सांस फूलने लगना,थकान महसूस होना,भ्रम की स्थिति,होठों व चेहरे का रंग नीला पड़ना,सीने में दर्द या जलन होना,चलने व उठने में समस्या, छाती में दर्द, सीने में दबाव, खांसी और तेज सिर दर्द होने लगना आदि लक्षण पाए जाते हैl डॉ शर्मा ने यह भी कहा कि अगर किसी भी मरीज को ऐसा लगता है कि फेफड़ों में आक्सीजन की कमी महसूस होने पर होम्योपैथी की ìवैनेडियम,कार्बोवेज,एस्पिडोस्पर्मा दवा का सेवन करें तथा बार बार जुकाम होने पर इनफ्लुन्जिनम200 का सेवन करेंl और यदि किसी मरीज को ऐसा लगे कि मेरा ऑक्सीजन लेवल बहुत कम हो रहा है तो बेड या जमीन पर पेट के बल सोने के लिए कहा जाता हैlइसे प्रोन पॉजिशिनिंग कहा जाता है.lपेट के बल लेटने से ऑक्‍सीजन लेवल तेजी से बढ़ता हैl इस पॉजिशन में मरीज का पेट बिस्तर पर और पीठ ऊपर रहना चाहिए. इससे फेफड़े तेजी से काम करने लगते हैं और सांस लेने में राहत मिलती हैlऑक्‍सीजन लेने में परेशानी होने पर पेट के बल सामने की तरफ लेट जाएं,सर, कमर, कुल्हे व पैरों के नीचे कई तकिया रखें, सुनिश्चित करें कि आपका सर आरामदायक स्थिति,

में हो, एक से दो घंटे में अपने पॉजिशन को बदल लें,समय-समय पर ऑक्सीजन लेवल की जांच करते रहेंl