Monday, May 6, 2024
अयोध्या मण्डल

योगी सरकार द्वारा किए गए अयोध्या के विकास से ही जीत का मार्ग होगा प्रशस्त

अयोध्या।नगर निगम चुनाव मे योगी सरकार के विकास कार्यों पर शहर मे सरकार बनाएगी भाजपा गिरीश त्रिपाठी को बनाया प्रत्याशी योगी आदित्यनाथ के सरकार के कार्यों बदौलत जनता के बीच में जाएगी नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वोट मांगने के लिए कार्यकर्ताओं ने हुंकार भर दी है जिसको लेकर भाजपा प्रत्याशी गिरीश त्रिपाठी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अब वार्ड बॉय जनसंपर्क करते हुए प्रत्येक मतदाता में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में अपना अमूल्य मत देने की अपील की है उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा बीतेगी वर्षों में किए गए कार्यों की भी जानकारी दी योगी सरकार द्वारा नगर निगम में विकास शिक्षा सुरक्षा रोजगार पेंशन स्वास्थ्य एवं किसानों से संबंधित प्रत्येक व्यक्ति को सुविधाएं देने के लिए कार्य किया गया। भाजपा योगी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों में जिले की 67.5 किलोमीटर की परिधि में बनने वाली रिंग रोड से अयोध्या के विकास को पंख लगेंगे। पांच हजार करोड़ की लागत से बनने वाले मार्ग का काम अप्रैल माह से शुरू हो जाएगा। रिंग रोड के भीतर व बाहरी इलाकों का विकास होने से एक नई अयोध्या भी विकसित हो सकेगी। साथ ही रामनगरी में भक्त व पर्यटकों की पहुंच भी आसान हो जाएगी। अयोध्या रिंग रोड का रूट मैप तैयार किया जा चुका है। रिंग रोड गोंडा के महेशपुर गांव से शुरू होगी। यहां से बिश्नोहरपुर होते हुए अयोध्या के मगलसी तक जाएगी। अयोध्या के सरायराशी से रिंग रोड बस्ती जिले के सीतारामपुर गांव तक पहुंचेगी। वहां से यह दोबारा महेशपुर में मिल जाएगी।तीन जिलों के 47 गांवों से होकर रिंगरोड निकलेगी अयोध्या धाम में लगने वाले जाम से भी लोगों को निजात मिलेगी। रिंग रोड का निर्माण होने से अयोध्या शहर पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। शहर के अंदर वाहन न आकर रिंगरोड से बाहर से ही निकल जाएंगे। इससे जिले की करीब 30 लाख आबादी को जाम से राहत मिलेगी। रिंग रोड के निर्माण से अयोध्या की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। श्रद्धालु आसानी से रामनगरी पहुंच सकेंगे। साथ ही रामनगरी की यातायात व्यवस्था में भी सुधार होगा। ट्रैफिक का दबाव कम होगा।

*रिंग रोड पर होंगे 23 छोटे-बड़े ब्रिज*

रिंग रोड के निर्माण के लिए प्लान को तैयार कराया गया है। रिंग रोड पर 11 बड़े और 12 छोटे ब्रिज बनाए जाएंगे। चार स्थानों पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ-साथ 22 व्हीकल अंडरपास या फ्लाईओवर का निर्माण होगा। अयोध्या नई पहचान बनाने को बेताब दिख रही राम नगरी, लोग बोले- विकास की चुकानी पड़ रही कीमत राम मंदिर पर काम अब जनवरी 2024 की समय सीमा के साथ चल रहा हैं। और इसके उद्घाटन की उम्मीद में राज्य सरकार शहर में अन्य बुनियादी ढांचे का विकास कर रही हैं। राममंदिर बनने के बाद अयोध्या को तीर्थयात्रियों के लिए दुनिया के सबसे पवित्र स्थानों में से एक होगा। अयोध्या के विकास के काम में एक नया टाउनशिप, एक औद्योगिक क्षेत्र, यहां तक ​​​​कि एक हवाई अड्डा भी है. इसके लिए अयोध्या में काम तेजी से चल रहा है। जिसका बदला हुआ स्वरूप आज टूटी हुई इमारतों मंदिरों और मठों के तौर पर दिखाई दे रहा है। इस पर स्थानीय लोग सवाल करते नजर आ रहे हैं। राम मंदिर निर्माण और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को लेकर प्रदेश सरकार ने सड़क चौड़ीकरण की योजना को तैयार किया है। इसमें हनुमानगढ़ी से राम जन्मभूमि भक्ति पथ, सुग्रीव किला से राम जन्मभूमि पथ और नया घाट से सहादतगंज तक के मार्ग का राम पथ के रूप में निर्माण कराया जाएगा।