Saturday, May 18, 2024
हेल्थ

नियमित दवा खाने वाले से नहीं होता टीबी संक्रमण

– नियमित दवा खाने वाले मरीज से नहीं होता है टीबी का संक्रमण

बस्ती। 15 दिन तक नियमित दवा खाने के बाद टीबी मरीज निगेटिव हो जाता है। नियमित दवा खाने वाले मरीज से रोग के संक्रमण का खतरा नहीं रह जाता है। नियमित रूप से दवा खाने वाले मरीजों से छुआ-छूत का व्यवहार करने के बजाए उनके साथ सामान्य तरीके से व्यवहार करना चाहिए। उनसे दूसरे लोगों को खतरा नहीं रह जाता है। यह कहना है डिप्टी जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.रवींद्र वर्मा का।
डॉ. वर्मा ने बताया कि अगर जांच के बाद कोई टीबी से ग्रसित पाया जाता है तो ऐसे मरीज का नि:क्षय पोर्टल पर पंजीकरण कराकर तत्काल उसकी दवा शुरू करा देनी चाहिए। दवा शुरू होने के बाद 15 दिन बाद अब उस मरीज से किसी तरह के संक्रमण फैलने की संभावना नगण्य हो जाती है।
उन्होंने बताया कि टीबी की दवा बीच में छोड़ना सबसे ज्यादा नुकसानदेह होता है। दवा बीच में छोड़ने वाले मरीज ड्रग रजिस्टेंस हो जाते हैं। ऐसे मरीजों को एमडीआर (मल्टी ड्रग रजिस्टेंस) की श्रेणी में रखा जाता है। इन मरीजों के लिए दवा का दूसरा कोर्स होता है। इसके बाद एक्सडीआर की कैटेगरी होती है।
डॉ. वर्मा ने बताया कि एमडीआर व एक्सडीआर मरीज से संक्रमित होने वाला स्वस्थ्य मरीज सामान्य टीबी का रोगी होने के बजाए सीधे एमडीआर या एक्सडीआर हो जाता है। यह स्थिति उसके लिए काफी दुखद होती है।
उन्होंने कहा कि लोगों को चाहिए कि टीबी रोग की पहचान होने के बाद जितने दिन का कोर्स बताया जाए, उसे जरूर पूरा करें। परिवार के लोग भी दवा पर नजर रखने के साथ ही उसके पोषण का भी ख्याल रखें। किसी भी दशा में दवा को बीच में छोड़ने न दें।


ज़िले में हैं 96 एमडीआर

जिले में वर्तमान में 96 एमडीआर एक्टिव मरीज हैं। इनकी दवा टीबी चल रही है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एके मिश्रा ने बताया कि यह वह मरीज हैं, जिन्होंने दवा का कोर्स पूरा नहीं किया है। जांच में यह एमडीआर पाए गए हैं। इन्हें अब एमडीआर की दवा दी जा रही है। आम तौर से लोग कुछ दिन दवा खाने के बाद स्वस्थ महसूस करते हैं और दवा छोड़ देते हैं। यही लोग आगे चलकर एमडीआर हो जाते हैं।