Saturday, May 4, 2024
हेल्थ

बच्‍चों के स्‍वास्‍थ्‍य के साथ ही पोषण व आरंभिक विकास पर होगी नजर

-होम बेस्‍ड केयर फार यंग चाइल्‍ड ( एचबीवाईसी ) के लिए दिया जा रहा है प्रशिक्षण

संतकबीरनगर।(कालिन्दी मिश्रा) स्‍वास्‍थ्‍य शिक्षा अधिकारी विनोद जायसवाल ने कहा कि आशा कार्यकर्ता बच्‍चों के स्‍वास्‍थ्‍य के साथ ही उसके पोषण व आरंभिक विकास पर भी नजर रखें। मसलन उनकी आयु के हिसाब से उनका वजन कैसा है, उनको उचित पोषक आहार मिल रहा है या नहीं। घंटी बजने पर बच्‍चा कैसे सुनता है, किसी खिलौने को ले जाने के बाद वह उसे किस तरह से देख रहा है। इन सारी चीजों पर सूक्ष्‍म दृष्टि रखनी होगी। ताकि उसका सम्‍पूर्ण विकास हो सके।

यह बातें उन्‍होने छोटे बच्चों की बेहतर देखभाल के लिए चलाए जाने वाले होम बेस्ड यंग चाइल्ड केयर ( एचबीवाईसी) कार्यक्रम के लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण के दौरान कहीं। इसको लेकर सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र नाथनगर व सेमरियांवा में आशा कार्यकर्ताओं के पांच दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान कहीं। इस दौरान बच्चों के छह माह तक स्तनपान पर बल, पूरक आहार, आवश्यक खनिज तत्वों वाले भोजन की उपलब्धता, परिवार नियोजन व संपूर्ण टीकाकरण पर विस्तार से जानकारी दी गई। एचबीवाईसी के तकनीकी प्रशिक्षक रत्‍नेश कुमार ने बताया कि हर दस बच्चों में से लगभग चार बच्चों का उनकी उम्र के अनुपात में वजन कम होता है। लगभग दो बच्चों का लंबाई के हिसाब से वजन कम होता है। दस बच्चों में से लगभग चार बच्चों की लंबाई उम्र के हिसाब से नहीं बढ़ती है और इन सब का कारण कुपोषण है। इसे ध्यान में रखते हुए छोटे बच्चों की बेहतर देखभाल के लिए एचबीवाईसी कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। प्रशिक्षक डॉ नूर आलम ने बताया कि छोटे बच्चों की गृह आधारित देखभाल में आशा की अहम भूमिका होती है। वह घर-घर जाकर पोषण संबंधी जानकारी, स्तनपान का महत्व, ऊपरी भोजन और भोजन में आवश्यक खनिज तत्वों की उपलब्धता पर तकनीकी जानकारी लोगों को देती है। इसके लिए आशाओं को भी इनकी संपूर्ण जानकारी रखना जरूरी है ताकि लोगों को समुचित जानकारी दी जा सके।

स्वास्थ्य के साथ ही साफ सफाई पर भी बल

नाथनगर क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता उर्मिला चौधरी ने बताया कि इस दौरान हमें यह जानकारी मिली कि व्यक्तिगत साफ -सफाई स्वस्थ रहने के लिए कितनी जरूरी है। इसे ध्यान में रखते हुए हमें साफ पानी के इस्तेमाल, स्वच्छता व व्यक्तिगत सफाई संबंधी जानकारी आम लोगों को देने का प्रशिक्षण दिया गया है। आशा कार्यकर्ता संगीता यादव ने बताया कि हमको को घर-घर जाकर बीमार बच्चों का स्वास्थ्य प्रबंधन व बच्चों के शारीरिक विकास पर नजर रखने संबंधी जानकारी दी गयी। हाथ धुलने के बारे में महत्‍वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी। इन सभी का हम आगे आने वाले समय में उपयोग करेंगे।

आशा कार्यकर्ता करेंगी कुल 5 विजिट

जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्‍धक ( डीसीपीएम ) संजीव सिंह बताते हैं कि इस कार्यक्रम के तहत जनपद की सभी आशा कार्यकर्ताओं व एएनएम को पांच पांच दिन की प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को एक दिन का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। आशा कार्यकर्ताओं को बच्‍चे के जन्‍म के तीसरे, छठवे, नौवें, बारहवें व 15 वें महीने में कुल 5 विजिट करनी होगी। इसके लिए उन्‍हें हर विजिट के 50 रुपए के हिसाब से कुल 250 रुपए प्रोत्‍साहन के रुप में भी दिए जाएंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा हो जाने के बाद यह कार्यक्रम शुरु हो जाएगा।