Saturday, May 18, 2024
हेल्थ

जच्चा बच्चा को सुरक्षित करने के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों पर हुई गर्भवती की जांच

संतकबीरनगर।(कालिन्दी मिश्रा)जिले में प्रधानमन्‍त्री सुरक्षित मातृत्‍व अभियान जच्‍चा – बच्‍चा को बड़ी बीमारी के खतरे से बचाने तथा मातृ मृत्‍यु दर को रोकने में काफी मदद मिल रही है । इसके तहत जिले के हर प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्‍पताल में गर्भवती की जांच कोविड प्रोटोकाल के तहत हुई तथा उनको आवश्यक परामर्श दिया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इन्द्र विजय विश्वकर्मा ने बताया कि गर्भावस्था के समय कई बीमारियों की आशंका रहती है । इस योजना के जरिये गर्भवती के अंदर जागरूकता फैलाने का मकसद यह है कि वह गर्भावस्‍था के दौरान स्‍वास्‍थ्‍य के प्रति सजग रहें । इस दिवस पर प्रसव पूर्व जांच कर उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाएं चिन्हित की जाती हैं और उनका सुरक्षित प्रसव कराया जाता है । यह दिवस मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने में सहायक है । जिले के हर मातृ शिशु कल्‍याण केन्‍द्र पर आशा कार्यकर्ता के जरिए एएनएम उन्‍हें बुनियादी सुविधाएं उपलब्‍ध करवाती हैं, लेकिन उनकी एक बार विशेषज्ञ चिकित्‍सक से जांच अति आवश्‍यक है। जिले में सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर यह जांच की गयी। इस दौरान डाइबिटीज, एनीमिया, सीवियर एनीमिया, हाई ब्‍लड प्रेशर की जांच के साथ ही हाई‍ रिस्‍क प्रेग्‍नेन्‍सी (उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था) चिन्हित की गयीं।

सहयोगात्मक पर्यवेक्षण करते रहे अधिकारी

प्रधानमन्त्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत हर केन्द्र पर सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए अधिकारियों की तैनाती की गयी थी। इसके तहत सीएचसी खलीलाबाद पीएचसी बघौली सीएचसी सांथा सीएचसी नाथनगर , सीएचसी हैसर , जिला चिकित्‍सालय , पीएचसी मगहर , सेमरियांवा ,मेंहदावल सीएचसी पौली तथा बेलहर में अधिकारियों ने जाकर सहयोगात्मक पर्यवेक्षण किया।

गर्भावस्था के दौरान विशेषज्ञ से जांच जरुरी

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ विजय गुप्ता बताते हैं कि गर्भवती की जांच आशा और एएनएम स्‍तर पर उपकेन्‍द्रों पर होती रहती है, लेकिन पीएमएसएमए दिवस के पीछे मंशा यह है कि गर्भावस्‍था में कम से कम एक बार विशेषज्ञ के जरिए उनकी जांच कर ली जाए। इससे गर्भावस्‍था में चल रही महिला की हाईरिस्‍क प्रेगनेन्‍सी आदि का पता चल जाता है। उसी हिसाब से उसका उपचार होता है।

गर्भवती को दिया गया उचित परामर्श – संगीता

जनपद में प्रधानमन्त्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की जिला परामर्शादाता संगीता बताती हैं कि जिले में सभी प्राथमिक व उच्च प्राथामिक स्वास्थय केन्द्र व जिला संयुक्त चिकित्सालय में गर्भवती की जांच की गयी। इस दौरान उनको आवश्यक उपचार प्रदान किया गया। पूरी तरह से कोविड प्रोटोकाल के साथ गर्भवती की जांच के साथ ही उनको उचित परामर्श भी दिया गया। सभी का सहयोग मिला तथा आशा कार्यकर्ता के सहयोग से भारी संख्या में गर्भवती परामर्श के लिए केन्द्रों पर पहुंचीं।