बस्ती। परिषदीय विद्यालयों को बंद किये जाने के सरकार के निर्णय के विरोध में धरना, प्रदर्शन, ज्ञापन के सिलसिले तेज हो गये है। इसी कड़ी में मंगलवार को भारत मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष आर.के. आरतियन के संयोजन में दो और संगठनों राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा और भारतीय विद्याथी मोर्चा, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया। धरने के बाद जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा। मांग किया कि सरकार अपना निर्णय वापस ले।
ज्ञापन सौंपने के बाद भारत मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष आर.के. आरतियन ने कहा कि यदि परिषदीय विद्यालय बंद हो गये तो गरीबों, दलितों, अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र शिक्षा से वंचित हो जायेंगे। यह निर्णय पूरी तरह से शिक्षा विरोधी है। प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयो के युग्मन के निर्णय को वापस ले। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला प्रभारी राम सुमेर यादव ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि सबको शिक्षा मिले। सरकार गरीबों के बच्चों को शिक्षा से वंचित कर देने का षड़यंत्र न करे। फैसले को वापस लिया जाय।
धरने के बाद ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से रिफाकत अली, बुद्ध प्रिय पासवान, रंगई प्रसाद, हृदय गौतम, चन्द्र प्रकाश गौतम, भूपेन्द्र चौधरी, रंगीलाल, रामजीत, चन्द्रिका प्रसाद के साथ ही अनेक लोग शामिल रहे।
