Sunday, June 9, 2024
बस्ती मण्डल

भारत रत्न की उपाधि दिये जाने की मांग

बस्ती । जन नायक कर्पूरी ठाकुर को उनके 97 वें जयन्ती पर याद किया गया। शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष पवन वर्मा के नेतृत्व में रंजीत कालोनी में कार्यक्रम आयोजित कर उनके चित्र पर माल्यार्पण के साथ ही उन्हें नमन् करते हुये योगदान पर प्रकाश डाला।

शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष पवन वर्मा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर देशी माटी में जन्मे देशी मिजाज के राजनेता थे जिन्हें न पद का लोभ था, न उसकी लालसा और जब कुर्सी मिली भी तो उन्होंने कभी उसका न तो धौंस दिखाया और न ही उसका तामझाम। मुख्यमंत्री रहते हुए सार्वजनिक जीवन में ऐसे कई उदाहरण हैं जब उन्होंने कई मौकों पर सादगी की अनूठी मिसाल पेश की। भारतीय राजनीति में ऐसे विलक्षण राजनेता कम ही मिलते हैं। शायद इसीलिए कर्पूरी ठाकुर को सिर्फ नायक नहीं अपितु जननायक कहा गया। मांग किया कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित किया जाय।
कार्यक्रम को कांग्रेस शहर अध्यक्ष सचिन शुक्ल, कांग्रेस प्रवक्ता मो. रफीक खान, ज्ञान प्रकाश पाण्डेय, राहुल श्रीवास्तव उर्फ राजा भैया, रजनीश वर्मा, पंकज द्विवेदी, आदित्य त्रिपाठी आदि ने सम्बोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ तथा बिहार राज्य के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं कर्पूरी ठाकुर का जन्म भारत में ब्रिटिश शासन काल के दौरान समस्तीपुर के एक गाँव पितौंझिया, जिसे अब कर्पूरीग्राम कहा जाता है, में हुआ । भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने 26 महीने जेल में बिताए थे। उनकी जड़ें जनता-जनार्दन के बीच गहरी थीं। तब संचार के इतने सशक्त माध्यम नहीं थे। बावजूद इसके कोई घटना होने पर वह सबसे पहले उनके बीच पहुंचते थे। यह जनता के बीच उनकी गहरी पैठ और आपसी सामंजस्य का प्रतिफल था। वो हमेशा जनता की बेहतरी के लिए प्रयत्नशील रहे। ऐसे जन नेता से राजनीतिज्ञोें को प्रेरणा लेनी चाहिये।
कर्पूरी ठाकुर के जयन्ती अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में नरेन्द्र प्रताप सिंह, राजू कन्नौजिया, पंकज गौतम, दिनेश निषाद, धु्रव यादव, मंगल निषाद, दिनेश निषाद, अजय यादव, रिकूं सिंह रावत, बच्चूलाल निषाद, वृजमोहन वर्मा, के.के. वर्मा, मनोज शर्मा, गप्पू ठाकुर, विनोद शर्मा, रवि शर्मा, वीरेन्द्र कुमार वर्मा, विनायक वर्मा आदि शामिल रहे।