Thursday, June 27, 2024
बस्ती मण्डल

कुम्भकर्ण की नींद सोया रहा रेलवे प्रशासन,अब आयी रेलवे के नाले की याद-

बस्ती। नींद और बेहोशी के मामले में कुम्भकर्ण को पीछे छोड़ने वाले बस्ती रेलवे प्रशासन को 50 सालों बाद अचानक रेलवे के नाले की याद आ गयी है,जिस ने गोविंदनगर के स्थानीय लोगों की नींद उड़ा दी है।रेलवे ने गोविंद नगर के दुकानों और घरों पर नोटिस चस्पा की है जिसमें गोविंदनगर के पूरब समपार संख्या 202 A /A के उत्तर रोड़ के पूरब एवं पश्चिम तरफ रेलवे के नाले का होना बताया है,रेलवे के मुताबिक लोगों ने अतिक्रमण कर के नाले को कब्जा कर लिया है जिसे हटाने के लिए रेलवे प्रशासन ने महज 15 दिन का समय दिया है, ऐसा न करने पर स्थानीय प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण को तोड़ कर हटवाने की बात भी कही है जिस सम्बन्ध में आज गोविंदनगर की सभी दुकानों को बंद कर के व्यापारियों ने शांतिपूर्वक अपनी बात प्रशासन तक पहुंचाई।
गोविंदनगर के प्रधान प्रतिनिधि अमरनाथ चौधरी ने बताया की पिछले 50 सालों से भी पुरानी आबादी यहाँ रह रही है और अपना जीवन यापन कर रही है,ये चौराहा एक छोटे से बाजार के रूप में अगल बगल के कई गांवों को रोजमर्रा का सामान उपलब्ध कराता है,इतने वर्षो से सब अपना व्यवसाय कर रहे हैं आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ अब अचानक रेलवे को न जाने कहा से नाले की याद आ गयी और हमारे घरों दुकानों पर 15 दिन में खाली करने का आदेश चस्पा कर दिया गया।इससे पहले न तो कोई नोटिस आयी न ही कोई जानकारी।अब ऐसे में व्यापारियों और उनके परिवार का भविष्य अंधकार में चला जायेगा।
कस्बे में मिठाई की दुकान चला रहे राजेश मोदनवाल ने बताया की पिछले 7 दशक से पिता जी दुकान चला रहे थे उनके बाद हम भाइयों ने व्यापार संभाला,पर कभी रेलवे या जिला प्रशासन की ओर से ऐसी कोई बात नही बतायी गयी।अब अचानक ऐसे फैसले से हमारे व अन्य व्यवसाइयों के आगे बहुत बड़ी मुसीबत खड़ी हो गयी है।हम सबने चस्पा निरस्त कराने हेतु जिलाधिकारी महोदय को ज्ञापन दिया है।अगर हमारी बाते नहीं मानी गयी तो हम सभी संवैधानिक रूप से विरोध प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।इस अवसर पर प्रमोद मोदनवाल,विनोद मोदनवाल , महंत मौर्य, श्याम सुंदर साहनी ,टाइगर गुप्ता ,गुड्डू मोदनवाल ,संतोष अग्रहरि ,राहुल पटवा ,काजू सोनी, रवि अग्रहरि सुमित सोनी ,सरदार कुलदीप सिंह, पिंकी भाटिया आदि व्यवसायी उपस्थित रहे