Sunday, May 12, 2024
गोरखपुर मण्डल

मुख्यमंत्री के कर्मभूमि में जीपीएफ घोटाले की जाँच हो -चेत नारायण सिंह

गोरखपुर। जीपाएफ भुगतान ना होने व एनपीएस अपडेट ना करने से नाराज उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने ज़िला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर ऐतिहासिक धरना दिया। धरने की अध्यक्षता मंडलीय अध्यक्ष ज्योतिष कुमार पांडेय व संचालन मंडलीय मन्त्री रणजीत सिंह ने किया। धरना स्थल पर ज्ञापन लेने आये सह ज़िला विद्यालय निरीक्षक एन.पी.सिंह व वित्त एवं लेखाधिकारी आनंद राय से तीखी बहस हुई और मामले को ज़िलाधिकारी के सामने प्रस्तुत करने की सहमति बनी। धरने के दौरान नाराज शिक्षकों ने अधिकारियों व सरकार के विरोध में जमकर नारेबाज़ी की। धरने में शिक्षकों की उमड़ी भीड़ से लोग हैरान थे।

धरने को प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने संबोधित करते हुए कहा
31 मार्च तक शिक्षकों के जीपीएफ का भुगतान व एनपीएस को अपडेट करना पड़ेगा नहीं तो अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया जाएगा। मामले को मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव, महानिदेशक व शिक्षा निदेशक माध्यमिक के संज्ञान में लाऊँगा, और हरहाल में भुगतान सुनिश्चित कराऊँगा। मुख्यमंत्री की कर्मभूमि में भविष्य निधि घोटाला , चिराग तले अंधेरा की कहावत को चरितार्थ करते हुए एक गंभीरतम समस्या है। इसके निस्तारण के लिए हर संभव संघर्ष करने के लिए तत्पर है।
धरने को प्रदेशीय उपाध्यक्ष मारकंडेय सिंह, प्रदेशीय उपाध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, प्रदेशीय मंत्री राम मोहन शाही, जनार्दन प्रसाद मिश्र,डा.संजय द्विवेदी, पूर्व जिलाध्यक्ष गोरखपुर राजेश चंद चौधरी, जैनेंद्र कुमार सिंह, जिलाध्यक्ष रविन्द्र प्रताप सिंह,जिलामंत्री शतांशु राय,जिलाध्यक्ष महाराजगंज, विनोद कुमार राय, जिलामंत्री राम बरन दास ,राम पूजन सिंह, राजेश राय, अजय प्रताप सिंह, अरुण कुमार मिश्रा, मोहिबुल्लाह खां, गिरिजानंद यादव, जय प्रकाश गौतम, विजय यादव, पुनीत कुमार त्रिपाठी, आशुतोष सिंह, महेश्वर सिंह ने भी संबोधित किया।
धरने में दिवाकर गुप्ता, जिला कोषाध्यक्ष सुभाष मणि त्रिपाठी, जिला संगठन मंत्री तेज प्रताप सिंह, आय व्यय निरीक्षक विजय कुमार यादव, जिलाध्यक्ष देवरिया राजेश राय, कोषाध्यक्ष देवरिया कुबेर राम, जिला अध्यक्ष कुशीनगर महेश कुमार मिश्र, कोषाध्यक्ष जितेन्द्र मणि, राम प्रवेश रजक, श्विवेक कुमार सिंह, पंकज सिंह, आशीष सिंह, दिनेश जायसवाल, केशव शरण चौधरी, शिवशंकर प्रसाद , राम प्रताप सिंह, राम महेश यादव, प्रदीप कुमार सिंह सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे।