मातृशक्ति को समर्पित है नारी शक्ति वंदन अधिनियम – हरीश द्विवेदी
बस्ती। मंगलवार को लोकसभा सत्र की दूसरे दिन देश की नई लोकसभा भवन में पहले ही सत्र में नारी शक्ति बंदन अधिनियम पेश हुआ। सांसद हरीश द्विवेदी ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राजनीतिक दलों की असहमति के कारण महिला आरक्षण बिल पिछले 27 साल से अटका पड़ा है। एक बार फिर लोकसभा में केंद्र सरकार ने संसद और विधानसभा में 33 फीसदी आरक्षण देने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल 2023 पेश किया।
मीडिया प्रभारी नितेश शर्मा की ओर से प्रेस को जारी विज्ञप्ति में सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा मेरा सौभाग्य है कि बस्ती कि जनता की तरह से इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बना। गणेश चतुर्थी के दिन नए संसद भवन में कामकाज की शुरुआत होते ही आज सबसे पहले मातृशक्ति को समर्पित नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 पेश किया गया जो महिला सम्मान के प्रति मोदी सरकार की निष्ठा को दर्शाता है। नए संसद भवन में महिला आरक्षण बिल की शुरुआत की गई है। इससे महिलाओं को अधिकार मिलेगा, महिलाओं का सशक्तिकरण होगा और देश के उत्थान में उनकी भागीदारी होगी। पुराने संसद भवन में बस्ती की जनता के उत्थान के लिए कई बार आवाज उठाई गई है।
सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल से लोकसभा और राज्यसभा के साथ राज्यों की विधानसभा की तस्वीर बदल जाएगी। अभी देश के आधे से अधिक राज्यों की विधानसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 10 फीसदी से कम है।