Monday, July 1, 2024
बस्ती मण्डल

कोरोना का प्रसार रोकने को बढ़ाई जा रही कांटैक्ट ट्रेसिंग

बस्ती। कोरोना का रोकने के लिए कांटैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाएगी। अब एक मरीज के संपक्र में आने वाले 20-25 लोगों की कोरोना की जांच की जाएगी। इससे पहले 10-15 लोगों की ही जांच की जा रही थी। जांच करने वाली टीमों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे है पर पूर्ण रोक लगाने में कामयाबी मिलने की संभावना है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम नियमित रूप से कोरोना की एंटीजन व आरटीपीसीआर जांच कर रही हैं। शासन की ओर से समय-समय पर जांच के लिए लक्ष्य निर्धारित किया जाता है। इसी के साथ लक्ष्य आधरित जांच भी की जा रही है। शासन की गाइड लाइन के अनुसार जांच में अगर कोई व्यक्ति पॉजिटिव मिलता है तो उसका इलाज कराया जाता है, इसी के साथ उसके परिवार व संपर्क में आने वाले है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य रोग के फैलाव को रोकना है। अभी तक गैर उपचारित मरीज के संपर्क में आने वाले 10-15 लोगों की जांच का ही लक्ष्य निर्धारित था, जिसे बढ़ा दिया गया है। शासन की नई गाइड लाइन में कहा गया है कि अब गैर उपचारित मरीज के संपर्क में आने वाले 20-25 लोगों की कोराना की जांच कराई जाएगी।
कोरोना के प्रशिक्षक व मेडिकल ऑफिसर डॉ. ऑफताब रजा का कहना है कि कांटैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाए जाने का निर्देश शासन की ओर से दिया गया है। कांटैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाए जाने का मकसद हाई रिस्क वाले मरीजों की ज्यादा से ज्यादा जांच करना है।
प्रतिदिन हो रही है 1500 जांच
जिले में प्रतिदिन औसतन 1500 लोगों की कोरोना की जांच हो रही है। इंटीग्रेटेड डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम (आईडीएसपी) के नोडल ऑफिसर डॉ. सीएल कन्नौजिया ने बताया कि एक हजार एंटीजन व लगभग 500 आरटीपीसीआर जांच का लक्ष्य निर्धारित है। जिले के 15 ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों के अलावा जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, जिला महिला अस्पताल में भी जांच की व्यवस्था है। जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में ट्रूनेट जांच भी कराई जा रही है। इसके अलावा मोबाइल टीम भी भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाकर रैंडम जांच कर रही हैं। नियमित कराई जा रही जांच व लोगों की जागरूकता के जरये रोग पर कामयाबी हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील किया कि मॉस्क लगाना व शारीरिक दूरी बनाए रखना किसी दशा में न भूले।