तभी दिवाली सार्थक,मिले खुशी भरपूर
तभी दिवाली सार्थक,मिले खुशी भरपूर ।
भास्कर पूरी तरह हो अंधकार जब दूर ।।
आज भास्कर मत करो मन में कोई प्रश्न ।
दिवाली का पर्व है खूब मनाओ जश्न ।।
मगर पटाखे का करो मत तुम इस्तेमाल ।
बस फुलझड़ियां छोड़कर हो लो अति खुशहाल।।
ज्योति जलाओ इस तरह हो तम कुल का नाश ।
भास्कर फैले धरा पर नूतन दिव्य प्रकाश।।
सभी लोग सुख से रहे, हो चहूंओर विकास ।
यही कामना लक्ष्मी घर-घर करे निवास।।
डॉ भास्कर शर्मा
वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक इटवा, ,सिद्धार्थ नगर, (उत्तर प्रदेश)