Saturday, May 4, 2024
साहित्य जगत

देहदान की घोषणा कर चुके सुधीर श्रीवास्तव को “मीडिया अधीक्षक एवं साहित्यिक परामर्शदाता”मनोनीत किया

नवोदय साहित्यिक मंच

गोण्डा। देहदान की सार्वजनिक घोषणा कर चुके जिले के वरिष्ठ साहित्यकार/कवि सुधीर श्रीवास्तव को प्रतिष्ठित “नवोदय साहित्यिक मंच” ने अपना “मीडिया अधीक्षक एवं साहित्यिक परामर्शदाता” मनोनीत किया है।
पत्रांक 22 77/ 17.05.2023 को “मीडिया अधीक्षक एवं साहित्यिक परामर्शदाता” पदाधिकार मनोनयन पत्र जारी करते हुए मंच के संस्थापक / अध्यक्ष आ. डा. ओम प्रकाश मधुब्रत जी , संरक्षक आ. डा.वाई. एस. पाण्डेय “प्रकाश”जी, मुख्य अधीक्षक आ. जे. एन. भारती “वैरागी” जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विश्वास व्यक्त किया है किया है कि श्री श्रीवास्तव संस्था के विकास में अपना यथोचित योगदान देंगे।
उक्त मनोनयन से अभीभूत सुधीर श्रीवास्तव ने “मीडिया अधीक्षक एवं साहित्यिक परामर्शदाता” पद पर मनोनीत करने हेतु संस्था के संस्थापक / अध्यक्ष आ. डा. ओम प्रकाश मधुब्रत जी , संरक्षक आ. डा.वाई. एस. पाण्डेय “प्रकाश”जी, मुख्य अधीक्षक आ. जे. एन. भारती “वैरागी” सहित अन्य सभी सम्मानित पदाधिकारियों का हृदय से आभार धन्यवाद करते हुए कि मेरा विश्वास है कि मैं अपनी जिम्मेदारी सुगमता सहजता और समर्पण के साथ निर्वाह करते हुए मंच के उत्तरोत्तर प्रगति में अपना योगदान दे सकने में जरुर सफल रहूंगा।
ज्ञातव्य है कि साहित्य जगत में अपने सहयोगात्मक स्वभाव के कारण नवोदितों में लोकप्रिय, प्रेरक व्यक्तित्व, मार्गदर्शक की भूमिका निर्वहन करते आ रहे सुधीर श्रीवास्तव विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं में पदाधिकारी भी हैं। जिनमें कविता कानन के संरक्षक सह राष्ट्रीय सलाहकार, स्व.हंसराज अरोड़ा स्मृति मंच के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक, नव साहित्य परिवार भारत, साहित्यकोष (राष्ट्रीय साहित्यिक मंच), राष्ट्रीय गौरव साहित्यिक सांस्कृतिक संस्थान, साहित्य एक नजर, हिमालयन अपडेट उत्तर प्रदेश के संरक्षक, अ.भा. साहित्यिक आस्था परिवार के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, जिया साहित्य मंच के संरक्षक, साहित्य प्रकाश रचना मंच, महामंत्री कमल कुसुम साहित्य भक्ति मंच के अलावा अन्य साहित्यिक संस्थाओं को भी अपरोक्ष सहयोग और मार्गदर्शन दे रहे हैं।
विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं से लगभग 2000 ई सम्मान/सम्मान पत्र प्राप्त कर चुके श्री सुधीर श्रीवास्तव 25 मई’2020/12 अक्टूबर 3023 को पक्षाघात का शिकार होने और स्वास्थ्य लाभ के दौरान श्री श्रीवास्तव लगभग 22-23 वर्षों से बंद लेखन को पुनर्जीवित कर पुनः2020 में साहित्य साधना में लौटे। देश विदेश के 200 से अधिक नवोदित कलमकारों का मार्गदर्शन कर उनके प्रेरक और गाड फादर की भूमिका निभाते रहने वाले श्रीवास्तव विहंगम प्रयास कर रहे हैं।
शारीरिक दुश्वारियों के बावजूद आत्म विश्वास से लबरेज़ श्री सुधीर श्रीवास्तव के मनोनयन पर जिले और मंडल ही नहीं देश/विदेश के साहित्यकारों, पत्रकारों, बुद्धिजीवियों ,साहित्यिक, सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों के अलावा पारिवारिक सदस्यों, रिश्तेदारों, मित्रों, शुभचिंतकों ने प्रसन्नता व्यक्ति करते हुए उन्हें बधाइयां और शुभकामनाएं दी हैं। श्री श्रीवास्तव ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।