Wednesday, May 8, 2024
हेल्थ

स्वास्थ्य सेवा सुदृढ़ीकरण में गुणवत्तापूर्ण डेटा की अहम भूमिका-डॉ आईबी विश्वकर्मा

गोरखपुर। स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने में सरकार के सभी पोर्टल्स व एप पर गुणवत्तापूर्ण डेटा की एंट्री की अहम भूमिका है । इन डेटा के विश्लेषण से ही पता चल पाता है कि किन सेवाओं पर विशेष जोर देना है और किन सेवाओं की कमियों को दूर करना है । समुदाय के लिए बेहतर नियोजन में भी इनकी अहम भूमिका है । यह बातें अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ आईबी विश्वकर्मा ने कहीं । वह राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के गोरखपुर और बस्ती मंडल के प्रोग्राम मैनेजर्स व ड्रिस्ट्रिक्ट डेटा मैनेजर्स व उनकी टीम के तीन दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यशाला के शुभारम्भ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। एक निजी होटल में तीन दिनों तक प्रस्तावित इस कार्यशाला के जरिये सभी प्रतिभागियों से अपेक्षा है कि वह डेटा का विश्लेषण सीख कर बेहतर नियोजन करने व कार्ययोजना बनाने में योगदान देंगे।

मिशन के डिवीजनल कार्यक्रम प्रबन्धक अरविंद पांडेय ने बताया कि कार्यशाला में डेटा के इस्तेमाल और उसके सही विश्लेषण के तरीके सिखाए जा रहे हैं । साथ ही डेटा के विभिन्न प्रामाणिक स्रोतों के जरिये स्वास्थ्य सूचकांकों में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न पोर्टल्स के गैप एनालिसिस का तरीका भी सिखाया जा रहा है । विश्लेषण के जरिये मंडल, जिला और ब्लॉक स्तर पर कार्ययोजना बनाना और इसमें डेटा के इस्तेमाल के तरीके भी बताए जा रहे हैं। कार्यशाला के आयोजन में उत्तर प्रदेश टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (यूपीटीएसयू) की विशेष भूमिका है । इस संस्था के प्रतिनिधि डॉ रवि प्रकाश, डॉ विद्याधर, डॉ प्रहलाद कुमार, अंकित सिंह, गार्गी गुप्ता और ऋषभ गुप्ता के द्वारा डेटा के इस्तेमाल और उसके सही विश्लेषण की जानकारी दी जा रही है ।

इस मौके पर गोरखपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे, एसीएमओ डॉ नंद कुमार, डॉ एके चौधरी, डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ मोहन झा, मंडलीय टीम से प्रहलाद कुमार, कुसुम भारती, डॉ प्रीति सिंह, जसवन्त कुमार मल्ल, राजीव रंजन, अवनीश चंद्र, विवेक श्रीवास्तव, अरविंद, अवनीश और जिशान ने भी प्रतिभागियों को विभिन्न पोर्टल्स से डेटा के इस्तेमाल के महत्व की जानकारी दिया । कार्यक्रम में एनएचएम से जुड़े गोरखपुर डीपीएम पंकज आनंद, देवरिया डीपीएम पूनम, गोरखपुर के एनयूएचएम कोआर्डिनेटर सुरेश चौहान और क्वालिटी सहायक विजय प्रमुख तौर पर मौजूद रहे ।

*कई उपयोगी जानकारियां मिलीं*

तीन दिनों तक प्रस्तावित कार्यशाला की प्रतिभागी डॉ प्रीति सिंह ने बताया कि कार्यशाला की खास बात यह है कि इसमें किसी प्रोग्राम विशेष के मैनेजर को भी सभी प्रोग्राम के पोर्टल्स की जानकारी दी गयी । अब यह जानकारी ब्लॉक स्तर तक पहुंचायी जाएगी। इससे डेटा की गुणवत्तापूर्ण एंट्री सुनिश्चित होगी और मैनेजर्स इन आंकड़ों का इस्तेमाल कर सामुदायिक कार्यक्रमों को सुदृढ़ बना सकेंगे।