Sunday, May 5, 2024
बस्ती मण्डल

राइट टू हेल्थ बिल को लेकर आई एम ए ने किया विरोध प्रदर्शन

आई एम ए ने राजस्थान एवं केन्द्र सरकार को भेजा ज्ञापन भेजा

बस्ती। राजस्थान विधानसभा में चिकित्स्को के भारी विरोध के बावजूद भी राइट टू हेल्थ (RTH) बिल को 21 मार्च 2023 को पास किया गया है। आई एम ए उत्तर प्रदेश राज्य शाखा के सभी सदस्य राजस्थान सरकार द्वारा चिकित्सकों के भारी विरोध के बावजूद जनविरोधी राइट टू हेल्थ (RTH) बिल को पारित किये जाने से दुखी एवं आक्रोशित है।

पिछले कई दिनों से राजस्थान प्रदेश के डॉक्टर अपनी मांगों के समर्थन में शांतिपूर्ण हड़ताल पर हैं। फिर भी सरकार ने उन पर दमनात्मक एवं बर्बरतापूर्ण कार्यवाही करते हुए वाटर कैनन से पानी बरसा कर और साथ – लाठी भी चार्ज करवा कर चिकित्सक के जनविरोधी- राइट टू हेल्यर (RTH) बिल लायी है तो यह कामयाब नही होगा।

उत्तर प्रदेश आई एम ए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार श्रीवास्तव बताया कि यह बिल आम जनो को संविधान के धारा 21 के अंतर्गत सरकार द्वारा डॉक्टर्स को राइट टू लिव’ अधिकार से वंचित करने का प्रयास है। सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में अपने दायित्व को प्राइवेट सेक्टर पर बिना किसी खर्च फेंक कर उन्हें बर्बाद करने पर उतारू है।

राजस्थान सरकार जब तक इस जान विरोधी काले कानून राइट टू हेल्थ (RTH) बिल को वापस नहीं लेती है तब तक आई एम ए उत्तर प्रदेश इसका हर स्तर पर विरोध करना जारी रखेगा।

इस बिल से सम्बंधित कमेटियों में डाक्टरों को शामिल न किया जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बिल में बिना सुनवाई सजा का प्राविधान है, इमरजेंसी की कोई परिभाषा नहीं है कोई भी डाक्टर किसी का भी इलाज करेगा यह किसी भी तरह से व्यवहारिक नहीं है। बिल में व्यवहारिक संशोधन किया जाना चाहिए। यह पूरी तरह से चुनावी बिल है।

जिला अध्यक्ष नवीन कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि राजस्थान के चिकित्सकों के समर्थन में राष्ट्रीय के निर्देशानुसार राष्ट्रव्यापी आंदोलन के प्रथम चरण में आज दिनांक 27 मार्च 2023 को पूरे देश में सांकेतिक काला दिवस’ के रूप में मनाया जा रहा है।

आज के दिन पूरे देश में चिकित्सक काली पट्टी बांध कर कार्य करेंगे। राजस्थान एवं केंद्र सरकार को ज्ञापन भेजा गया, अपने आई० एम० ए० शाखा वस्ती से राजस्थान के साथियों के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया गया और यह भी फैसला लिया गया कि अगर जरूरत पड़ती है तो केंद्रीय निर्णय के अनुसार भविष्य में राष्ट्रव्यापी हड़ताल के लिए भी हम तैयार रहेँगे।