Saturday, May 18, 2024
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भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन को मिली III फेज के लिए ट्रायल की मंजूरी

नई दिल्ली। भारत बायोटेक को देश में कोविड-19 की वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए मंजूरी मिल गई है। जानवरों और क्लीनिकल ट्रायल के पहले और दूसरे चरण के नतीजों के आधार पर ये मंजूरी भारत बायोटेक लिमिटेड को मिली है। भारत बायोटेक उन दो कैंडिडेट में से एक है जो स्वदेशी हैं। भारत बायोटेक ने पहले और दूसरे फेस के ट्रायल के डाटा के साथ एनिमल चैलेंज डेटा पेश किया। उस डेटा की जांच के बाद वैक्सीन को तीसरे चरण की मंजूरी मिली है।  डीसीजीआई ने गुरुवार को भारत बायोटेक और आईसीएमआर द्वारा तैयार की गई वैक्सीन को तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल की मजूरी दे दी। हैदराबाद स्थित टीका निर्माता ने दो अक्टूबर को डीसीजीआई को आवेदन देकर अपने टीके के तीसरे चरण के लिए परीक्षण की अनुमति मांगी थी। कंपनी ने अपने आवेदन में कहा था कि इस अध्ययन में 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के 28,500 लोगों को शामिल किया जाएगा और यह परीक्षण 10 राज्यों के 19 स्थानों पर किया जाएगा। इन स्थानों में दिल्ली, मुंबई, पटना और लखनऊ शामिल हैं।

बीते हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी थी कि भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन ‘कोवाक्सिन’ के तीसरे फेज का ट्रायल जल्द शुरू होगा। बता दें कि कोवाक्सिन अभी एक निष्क्रिय वैक्सीन है। इसे इंडियन इस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे में सार्स-कोव-2 वायरस से निकाला गया है। भारत बायोटेक ने कहा है कि वो कोवाक्सिन में एक ऐसी दवा को मिलाएगा, जिससे इस प्रतिरोधक क्षमता और मजबूत और इससे लंबे समय तक इम्युनिटी मिलेगी।

देश में फिलहाल दो स्वदेशी कोविड-19 टीकों के मानव पर दूसरे चरण का परीक्षण हो रहा है। इनमें एक भारत बायोटेक द्वारा और दूसरा जायडस कैडिला द्वारा विकसित है। जिसमें से भारत बायटेक दूसरे चरण के ट्रायल्स को लगभग पूरा कर चुका है। वहीं पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भी ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित संभावित कोविड-19 टीके का दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण देश में कर रहा है।