Friday, May 3, 2024
देश

महिला पत्रकार प्रताड़ना मामले में राजनीतिक दबाव के चलते हाइकोर्ट के आदेशों पर चली तलवार अपराधी फ़रार

– बाप बेटे ने मिल के रची थी महिला पत्रकार के ख़िलाफ़ यह सारी साज़िश

चंडीगढ़/सोनीपत। महिला पत्रकार प्रताड़ना मामले में साज़िश रचने वाले बाप बेटा आशिष व मुकेश पांचाल मूल रूप से सोनीपत के हल्का राई के गांव नांगल खुर्द के निवासी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज कल ये अपराधी गांव छोड़ कर भाग गए है और गन्नौर के पास डिवाइन सिटी में रह रहे है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात 11बज कर 6 मिनेट पर महिला पत्रकार के फ़ोन पर केस के io संदीप (si इकनॉमिक सेल) ने एक व्हाट्सएप्प भेजा जिस में लिखा था मुकदमा सं- 001, दर्ज सिटी थाना शहर सोनीपत, दिनांक – 2/1/2020 धारा ipc 406,420,467,468,471,506, के अंतर्गत दोषी सुमित कुमार को गिरफ्तार किया गया है। महिला पत्रकार ने तुरत प्रभाव से केस के io संदीप को माननीय हाइकोर्ट के आदेशों की अनुपालना के लिए व्हाट्सएप्प पर जवाब दिया कि संदीप जी,आप के द्वारा भेजे गए व्हाट्सएप्प में जिस पकड़े गए अपराधी का नाम आप बता रहे है माननीय हाइकोर्ट के निर्णय में ये अपराधी नही है। माननीय हाइकोर्ट के आदेशों को गम्भीरतापूर्वक लें। माननीय हाइकोर्ट के आदेशों का अंतिम पेज आप की सेवा में प्रेषित है। एक विशेष बात आज माननीय हाइकोर्ट के आदेशों को 27 दिन हो चुके है।। साथ ही महिला पत्रकार ने इस नकली व्यक्ति सुमित (जिस का नाम न ही FIR में है और न ही हाइकोर्ट के आदेशों में) की गिरफ्तारी व दोषी को भगाने की सूचना तुरन्त सोनीपत पुलिस अधीक्षक जशनदीप रंधावा को उन के फोन पर व्हाट्सएप्प करते दे दी है कि माननीय पुलिस अधीक्षक महोदय, केस के io ने हाइकोर्ट के आदेशों को गम्भीरतापूर्वक नही लिया है। जो अपराधी नही है उसे पकड़ लिया गया है,ओर जो अपराधी है उसे भगा दिया गया है। कृपा माननीय हाइकोर्ट के आदेशों की अनुपालना गम्भीरतापूर्वक करवाएं। महिला पत्रकार ने इस सारे मामले की सूचना पुलिस महानिदेशक हरियाणा पी. के. अग्रवाल को उन के फोन पर व्हाट्सएप्प कर दी है। साथ ही हाइकोर्ट के आदेशों की अनुपालना के लिए भी निवेदन किया।
गौरतलब है कि महिला पत्रकार के साथ लाखो की धोखाधड़ी व जान से मारने की धमकी में संज्ञान लेते हुए प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज के आदेश पर गठित SIT की जांच के बाद इन बाप बेटे आशिष व मुकेश पांचाल निवासी नांगल खुर्द,हल्का राई,सोनीपत के खिलाफ़ ipc की धारा 406,420,467,468,471 के तहत 2/1/2020 को सिटी थाना शहर सोनीपत में मुक़दमा दर्ज हुआ। लेकिन इन बाप बेटे की गिरफ़्तारी नही हुई। महिला पत्रकार ने आशिष व मुकेश पांचाल की गिरफ्तारी को ले कर 5 जनवरी 2020 से 15 जनवरी 2020 के मध्य 4 बार लिखित प्रार्थना पत्र पुलिस अधीक्षक को दिया लेकिन इन बाप बेटे की गिरफ्तारी नही हुई। इतना ही नही पुलिस की मिलीभगत के चलते आशिष व मुकेश पांचाल ने 16 जनवरी 2020 को अग्रिम जमानत याचिका अतिरिक्त जिला व सत्र न्यायालय सोनीपत में लगा दी, जो माननीय न्यायालय ने 20 जनवरी 2020 को इन की जमानत ख़ारिज कर दी लेकिन इन बाप बेटे की गिरफ़्तारी नही हुई। 20 जनवरी से 27 जनवरी के मध्य लगभग रोज़ाना पुलिस अधीक्षक से निजी तौर पर मिल जान माल का हवाला देते हुए आशिष व मुकेश पांचाल की गिरफ़्तारी की गुहार लगातार लगती रही महिला पत्रकार लेकिन बाप बेटे की गिरफ़्तारी नही हुई। 27 जनवरी 2020 को बाप बेटे ने अग्रिम जमानत याचिका माननीय हाइकोर्ट चंडीगढ़ में लगा दी। लेकिन इन बाप बेटे की गिरफ़्तारी नही हुई। आशिष व मुकेश पांचाल शहर में खुल्ला घूमते रहे महिला पत्रकार व उन के पति को जान से मारने व झूठे मुक़दमे में फंसाने की धमकियां देते रहे लेकिन बाप बेटे की गिरफ्तारी नही हुई। 22 फरवरी 2020 को बेटे आशिष पांचाल ने महिला पत्रकार व उन के पति पर मारपीट का झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया। जो जांच के बाद झूठा साबित हुआ और 14 जुलाई 2020 को आशिष पांचाल के खिलाफ़ ipc की धारा 182 के तहत एक ओर मुक़दमा दर्ज हो गया लेकिन अपराधियों की गिरफ़्तारी नही हुई। 6 फरवरी व 12 फरवरी 2020 को अपने खिलाफ़ सारे सुबूत मिटाने के लिये इन बाप बेटे ने मिल कर महिला पत्रकार पर सायबर अटैक किया, जिस में इन बाप बेटे के खिलाफ़ कार्यवाही के लिए महिला पत्रकार ने पुख्ता सुबूतों के साथ 27 मई 2020 को लिखित प्रार्थना पुलिस अधीक्षक को दिया एक महीना बाद तक कार्यवाही न होने पर एक रिमाइंडर पत्र 26 अगस्त 2020 को पुलीस अधीक्षक को दिया। लेकिन आज लगभग एक साल बाद भी इन सायबर अपराधियों आशिष व मुकेश पांचाल के खिलाफ कोई कार्यवाही नही हुई,महिला पत्रकार पर हुए इस सायबर अटैक को ले कर 21 अगस्त 2021 को प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संज्ञान लिया व पुलिस को कारवाही के निर्देश दिये लेकिन सोनीपत पुलिस ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए सायबर अटैक मामले में अब तक कोई कार्यवाही नही की। 12 अगस्त 2021 को माननीय हाइकोर्ट ने अपराधी आशिष पांचाल की जमानत याचिका ख़ारिज कर दी लेकिन आज हाइकोर्ट चंडीगढ़ के आदेशों को लगभग महीना बीत जाने के बाद भी दोषियों की गिरफ़्तारी नही हुई। इस बात से दुःखी हो कर महिला पत्रकार ने माननीय हाइकोर्ट के आदेशों की अनुपालना व दोषियों की गिरफ्तारी को ले कर लिखित प्रार्थना पत्र पुलीस अधीक्षक सोनीपत को 31 अगस्त 2021 को दिया लेकिन अब तक अपराधी बाप बेटा खुल्ला घूम रहे है ओर दूसरी ओर महिला पत्रकार व उस का परिवार डर के साये में जीने को मजबूर है। इस सारे घटनाक्रम को देखते हुए लगता है की इन बाप बेटे के खिलाफ़ विभिन्न अपराधों में कई मुकदमे दर्ज होने पर जिस में जिला व सत्र न्यायालय व हाइकोर्ट चंडीगढ़ से इन की अग्रिम जमानत याचिका ख़ारिज हो चुकी हो व प्रदेश के मुख्यमंत्री व गृहमंत्री जिस मामले में कार्यवाही के आदेश कर चुके हो, इतना कुछ हो जाने के बावजूद इन बाप बेटे आशिष व मुकेश पांचाल की गिरफ्तारी नही होती है तो यह साफ तौर पर लगता है पुलिस पर बड़ा भारी राजनीतिक दबाव बना हुआ है। विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि पुलिस का इन अपराधियों को संरक्षण देने के पीछे सरकार में बैठे किसी विधायक या सांसद का हाथ हो सकता है।