Saturday, May 18, 2024
साहित्य जगत

अंतरराष्ट्रीय हास्य व्यंग मंच ने गोण्डा के सुधीर श्रीवास्तव को ‘संरक्षक’ मनोनीत किया

गोण्डा।जनपद के वरिष्ठ कवि/साहित्यकार आ. सुधीर श्रीवास्तव को “अंतरराष्ट्रीय हास्य व्यंग मंच” का संरक्षक मनोनीत किया गया है।

मंच के प्रधान संयोजक आ. पहाड़ी अलीगढ़ी और संयोजक आ. त्रिलोकचंद फतेहपुरी ने सुधीर श्रीवास्तव को आनलाइन मनोनयन पत्र सौंपते हुए कहा कि वरिष्ठ कवि/ साहित्यकार श्री श्रीवास्तव का मनोनयन करते हुए कहा कि उनके सहयोगात्मक रवैये, कार्य दक्षता और सक्रियता से प्रभावित होकर उनके मनोनयन का निर्णय लिया गया है। मुझे और मंच परिवार को इससे गौरव की अनुभूति का अनुभूति हो रही है। संयोजक द्वय ने श्री श्रीवास्तव को बधाइयां दी और विश्वास जताया कि आपकी रचनात्मक, संवेदनशील उपस्थिति और अनुभवों से निश्चित ही आपके संरक्षण में मंच को न केवल बल मिलेगा, बल्कि ऊंचाइयों को छूते हुए अपने उद्देश्यों में सफलता के नये माप दंड भी स्थापित करेगा।

बहुआयामी व्यक्तित्व, बेबाक, सर्वसुलभ, सर्वहितैषी व्यक्तित्व के धनी नवोदित रचनाकारों के लिए सारथी सुधीर श्रीवास्तव जी विभिन्न राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय पटलों/मंचों से 1700 से अधिक सम्मान पत्र प्राप्त कर चुके श्री श्रीवास्तव विभिन्न साहित्यिक पटलों में पदाधिकारी भी हैं। यथा सलाहकार सह संरक्षक-कविता कानन साहित्य कला मंच, अधीक्षक -साहित्य प्रकाश रचना मंच, रा.उपाध्यक्ष- अ. भा. साहित्यिक आस्था मंच, निस्वार्थी देशभक्ति समूह ढांचा, झज्जर, हरियाणा, अंतरराष्ट्रीय संरक्षक-स्व. हँसराज कक्कड़ स्मृति मंच, संरक्षक-नव साहित्य परिवार भारत, साहित्यकोष (राष्ट्रीय साहित्यकार मंच), नव साहित्य ई मा.पत्रिका, साहित्य एक नजर, राष्ट्रीय गौरव साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थान, मीडिया प्रभारी दल सामयिक परिवेश , महासचिव -प्रयागराज कल्चरल सोसायटी, मीडिया प्रभारी-कुछ बात कुछ जज्बात , संयोजक-अंतरराष्ट्रीय श्रेया क्लब फेसबुक लाइव सहित अनेक साहित्यिक पटलों/मंचों को विशेष रुप से व्यक्तिगत सहयोग भी देते रहते हैं। साथ ही विभिन्न मंचों/पटलों पर विशेष आयोजनों में लगातार सक्रिय भी रहते हैं।

बुलंदी विश्व रिकॉर्ड कवि सम्मेलन में प्रतिभाग कर ‘काव्यश्री’, अखंड काव्यार्चन गोल्डेन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड, ऐतिहासिक अमृत महोत्सव काव्य गोष्ठी के लिए ‘गौरव सम्मान’, ‘कोच काव्य कुँभ 2021’, जय विजय सम्मान 2021, संगम शिरोमणि आदि से सम्मानित श्री सुधीर श्रीवास्तव नेत्रदान का संकल्प कर चुके हैं और देहदान की इच्छा भी रखते हैं।
200 से अधिक नये रचनाकारों को यथासंभव प्रेरित करते हुए सहयोग/मार्गदर्शन देते हुए आगे बढ़ाने का भी हर संभव प्रयास करते हुए प्रेरक ,गाडफादर, सारथी की भूमिका लगातार निभा रहे हैं।
श्री सुधीर श्रीवास्तव के मनोनयन पर अनेक साहित्यिक, सामाजिक संगठनों, कवियों, साहित्यकारों, प्रबुद्धजनों ने श्री सुधीर श्रीवास्तव को बधाइयाँ और शुभकामनाएं देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की है। श्रीवास्तव ने मंच और मंच के पदाधिकारियों और सभी शुभचिंतकों, साहित्यिक मनीषियों का आभार, धन्यवाद प्रकट किया ।