Wednesday, June 26, 2024
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मित्र और मित्रता हैं जरुरी

नाव के उन क्षणों में मजबूत लोग भी आत्महत्या कर लेते हैं..

वो लोग जिनके पास सब कुछ है
शान शौकत ,रुतबा , पैसा ,इज्जत
इनमें से कुछ भी उन्हें नहीं रोक पाता .. कमजोर क्षणों में जो आपके दिल के सबसे करीब हो वही काम आता है और वह एक दोस्त ही हो सकता है उसके ताने भी फूल से लगते हैं। जिंदगी की चकाचौंध और आपाधापी में हम उस दोस्त का साथ और हाथ खो बैठते हैं जरूरत है हमें दोस्त और दोस्ती दोनों को यत्नं पूर्वक संभाल कर रखने की।


दोस्त का हाल चाल लेते रहिए कल पर मत डालिए अभी फोन करिए फोन करके बात कर लीजिए दोस्त के टच में रहे । मिलते रहे मिलाते रहे। अपने दोस्त से बहुत दिनों से बात नहीं की है तो बस अभी करें तुरंत एक फोन अपने दोस्त को।

तो फिर ऐसी क्या कमी रह जाती है ? उस एक कमजोर क्षण में ?
कमी रह जाती है उस ऊँचाई पर एक अदद मित्र की! कमी होती है उस पल एक अदद राजदार की, जो बिना कुछ पूछे बिना कोई सवाल बस साथ दें और साथ में रहे!
एक ऐसे मित्र की जिसके साथ महंगे कपो में या पांच सितारा होटल में नहीं
किसी छोटी सी चाय की दुकान पर बैठ सकते हो!
जो उन्हें बेतुकी , बचकानी बातों से जोकर बन कर हंसा पाता हो!
वह जिससे अपने हृदय की हर बात कह सकते हो और मन हल्का हो सके..
वह जिसको देखकर आप
अपना सारा दुख तनाव परेशानी भूल सके!
वह दोस्त,वह यार ,वह राजदार ,वह हमप्याला
उनके पास नहीं होता
जो कह सके तू सब छोड़ … चाय पी मैं हूं ना तेरे साथ …
और आखिर में !
यही मायने कर जाता है…
सारी दुनिया की धन दौलत
एकतरफ…सारा तनाव एक तरफ ! वह दोस्त एक तरफ ! लेकिन अगर आपके पास वह दोस्त है,वह यार है
तो कीमत समझिये उसकी । चले जाइए एक शाम उसके साथ चाय पर ,जिंदगी बहुत हसीन बन जाएगी.।
याद रखिए आपके तनाव से यदि कोई लड़ सकता है तो वो है आपका दोस्त और उसके साथ की एक कप गर्म चाय !!
सभी डरते हैं अकेलेपन से बीमार न पड़ जायें,तनाव के उन क्षणों में मजबूत लोग भी धैर्य खो बैठते हैं और ऐसा कुछ कर बैठते हैं जो उन्होंने कभी सोचा नहीं होता । कुछ तो अपना जीवन ही समाप्त कर लेते हैं।
स्मरण रहे आपके तनाव से यदि कोई लड़ सकता है तो वो है आपका दोस्त और उसके साथ की एक कप गर्म चाय और उसके संग दिल के हाल बांटना बहुत जरूरी क्योंकि जो आप एक दोस्त से कह सकते हैं, अन्य किसी से भी नहीं!!
आपको अपना दुख भारी, बड़ा लगे तब अपने आसपास जरूर देखें आपको अपना दुख छोटा लगने लगेगा ।जरूरत है सिर्फ देखने की बांटने की। बांटने से हर चीज कम होती है और बढ़ती भी है। चयन आपको करना है ।यह जीवन अनमोल है ,इसको हर हाल में पल्लवित ही करने का ही यत्न करना चाहिए।ऐसी ही सोच होनी चाहिए की सब ठीक है और सब अच्छा ही होगा।
एक दोस्त जरूर बनाइए जो आपके साथ आपके लिए तब हो जब आपको उसकी सबसे ज्यादा जरूरत हो।
इसीलिए तो सच है
दोस्त है तो जिंदगी है,
है जिंदगी तो दोस्त है।

सभी दोस्तों को समर्पित।
शब्द मेरे मीत
डाक्टर महिमा सिंह
लखनऊ उत्तर प्रदेश