Sunday, May 19, 2024
हेल्थ

मातृ शिशु कल्याण केंद्र बनकटी में तीन साल से स्त्री रोग विशेषज्ञ नहीं

बनकटी/बस्ती। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटी परिसर में स्थित मातृ शिशु कल्याण केंद्र पर पिछले तीन साल से स्त्री रोग विशेषक चिकित्सक की तैनाती नहीं है। इससे गर्भवती महिलाओं को समस्या हो रही है। तैनाती ना होने से महिलाओं को इलाज के वजाय रेफर किया जा रहा है। पीएससी पहुंचने वाली करीब 150 गांवों की महिलाओं को जिला मुख्यालय के लिए रेफर करना पड रहा है। इससे शारीरिक रूप से उन्हें परेशानी तो उठानी ही पड़ती है।
मातृ शिशु कल्याण केंद्र बनकटी में संविदा पर तैनात जीएनएम रेनू मौर्या, नीलम, अनुपमा,गायत्री पांडेय, काउंसलर अर्चना व दाइयां मिलकर यहां प्रसूताओं की देखभाल करती हैं। कठैचा गांव निवासी अकलपति देवी ने बताया कि सरकारी अस्पताल मे महिला डॉक्टर की तैनाती नही रहने से प्राइवेट अस्पताल मे इलाज कराना पड़ता है। अगर सरकारी अस्पताल मे सुविधा मिलती तो सस्ते में इलाज हो जाता है। चित्राखोर गांव निवासी सुभावती देवी ने बताया कि अस्पताल मे स्त्री रोग विशेषज्ञ नहीं रहने से गंभीर रोग होने पर जिला अस्पताल या फिर गोरखपुर इलाज के लिए जाना पड़ता है। पता नहीं कब सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी। ठकुरापार गांव निवासी प्रेमा देवी ने बताया कि पीएचसी में महिला चिकित्सक की तैनाती नहीं होने से लगभग150 गांवो की महिलाओं को उचित परामर्श नहीं मिल पा रहा है।

महिला निजी अस्पताल इलाज कराने को मजबूर हो रही है। स्त्री रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति होनी चाहिए। मजबूरी में पीएचसी बनकटी में तैनात पुरुष चिकित्सक डा. धर्मेंद्र चौधरी से जांच करानी पड़ रही है। चित्राखोर गांव निवासी बीमलावती देवी ने बताया कि हल्की सी भी दिक्कत होने पर चिकित्सक के अभाव में जिला महिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। जिससे प्रसव के समय जोखिम और भी बढ़ जाता है। बनकटी पीएचसी चिकित्सा अधिकारी डा धर्मेंद्र चौधरी ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से यहां कोई महिला चिकित्सक नहीं है जिसकी सूचना उच्चाधिकारियों दी गई है।