Sunday, June 2, 2024
साहित्य जगत

वृक्ष लगाओ वृक्ष बचाओ

जल हवा पानी सभी

धरती माँ के पास
संरक्षित करने का हरपल
मानव करो प्रयास

नहीं धरा से भोग के तुम
इनका करो ह्रास
वृक्ष लगाओ वृक्ष बचाओ
अपने आसपास

पृथ्वी की संरचना में
अनेकों हैं प्रजाति
सबको जीवित रखकर
सबकी बढ़ाओ ख्याति

धरती सूरज चाँद का
आपस में सहयोग
जीवों का संसार धरा
चलता मिल प्रयोग

इंसानी ईर्ष्या द्वेष से
मानव है लाचार
काट वन उपवन सभी
सामंजस्य करें बेकार

सरिता त्रिपाठी
लखनऊ, उत्तर प्रदेश