Tuesday, April 30, 2024
हेल्थ

सावधानी से खेलें रंग, अनमोल आंखों को बचाकर रखें

-प्राकृतिक रंगों के साथ सूखी होली खेलें सभी लोग, रंगों में होते हैं केमिकल

संतकबीरनगर।(कालिन्दी मिश्रा)होली के त्‍योहार पर थोड़ी सी सावधानी से अपनी आखों को बचा सकते हैं। प्राकृतिक रंगों के साथ होली खेलें, केमिकल मिश्रित रंग आंखों के साथ ही त्‍वचा के लिए भी बहुत खतरनाक होते हैं। आवश्‍यकता इस बात की है कि टॉक्सिंग रंगों से होली खेलने की अपेक्षा हर्बल रंगों से होली खेलने की कोशिश करें, ताकि आखें और त्‍वचा दोनों ही सुरक्षित रहें।

नेत्र चिकित्‍सालय के चिकित्‍सक डॉ के पी सिंह ने यह बातें होली पर्व को ध्‍यान में रखते हुए कहीं। उन्‍होने कहा कि सबसे पहले तो इस बात का ख्याल रखने की जरूरत है कि आस-पास के लोग अचानक से या झटके से आप पर रंग ना फेंक दें। इस दौरान रंग काफी तेजी से आखों में पड़कर संवेदनशील आंख को नुकसान पहुंचा सकता है। बेहतर यही होगा कि आंखों में चश्मा लगाकर रखें। ये आंखों को पूरी तरह से ढक लेगा और बेखौफ होकर रंगों से खेलने का मजा ले सकेंगे। आंखों के इर्द-गिर्द नारियल के तेल की मालिश कर सकते है । इससे आसानी से रंग आंखों में नहीं घुसेगा और अपनी आंखों का बचाव कर पाएंगे।

रंगों में केमिकल का मिश्रण ज्यादा पाया जाता है। उन रंगों का प्रयोग करने से आंख में एलर्जी, इन्फेक्शन एवं अल्सर हो सकता है । रंगों के आंखों में जाने का खतरा रहता है। रंग गिरते ही तत्काल आंखों को पानी से धोना चाहिए । रंग लगाने के दौरान चोट से बचना बहुत जरूरी है । हर्बल रंगों के प्रयोग से आंख सुरक्षित रह सकती है। आंख में इंफेक्शन होने पर तत्काल विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह जरूर लें।

 

हर्बल अबीर से खेलें सूखी होली – डॉ पूर्णेश

एचआरपीजी कालेज के बीएड विभाग के विभागाध्‍यक्ष डॉ पूर्णेश नारायण सिंह ने बताया कि होली उमंग व खुशी का त्योहार है, लेकिन बदलते समय में प्रयुक्त होने वाले रसायनिक रंग हानिकारक है। अबीर व रंग में मिले कई पदार्थो का दुष्प्रभाव पड़ता है । प्राकृतिक रंग के साथ सूखी होली खेलनी चाहिए । इससे परंपरा भी कायम रहेगी और शरीर पर भी कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा । इसलिए सूखी होली खेलें ताकि शरीर पर कोई दुष्‍प्रभाव न पड़े। होली के दौरान कुछ लोग शराब व अन्‍य नशीले पदार्थों का भी सेवन करते हैं। इसलिए जरुरी है कि इस तरह के पदार्थों का सेवन कदापि न करें।

होली पर 24 घण्‍टे खुले रहेंगे चिकित्‍सालय

मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी डॉ इन्‍द्रविजय विश्‍वकर्मा ने बताया कि होली के पर्व को ध्‍यान में रखते हुए अवकाश के बाद भी जिले के सभी सीएचसी व पीएचसी पर 18 मार्च व 19 मार्च को 24 घण्‍टे सेवा उपलब्ध रहेगी। इसके लिए स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों व चिकित्‍सकों की ड्यूटी 8 घण्‍टे के रोस्‍टर के हिसाब से लगायी गयी है। इस दौरान प्रसव सेवाओं को ध्‍यान में रखते हुए महिला चिकित्‍सकों की भी ड्यूटी लगायी गयी है। कहीं भी कोई घटना या दुर्घटना हो तो तत्‍काल लोगों को चिकित्‍सा सुविधा उपलब्‍ध करायी जा सके, इसे ध्‍यान में रखते हुए यह किया गया है। उन्‍होने लोगों से कोविड प्रोटोकाल के पालन की अपील भी की है।