Tuesday, May 21, 2024
बस्ती मण्डल

12 से 14 वर्ष तक के बच्‍चों को लगवाएं कोविड का टीका – सीएमओ

– 72655 बच्‍चों को दी जाएगी कोविड टीके की कोर्बेवैक्‍स की डोज

संतकबीरनगर।(कालिन्दी मिश्रा) कोविड से बच्‍चों को बचाने का सबसे बेहतर उपाय है कि उनका कोविड टीकाकरण कराया जाय। ऐसे में आवश्‍यक है कि सभी अभिभावक अपने 12 से 14 वर्ष तक के बच्‍चों का कोविड टीकाकरण स्‍वास्‍थ्‍य इकाइयों पर जाकर अवश्‍य करवाएं। जनपद में 72655 बच्‍चों को कोविड का टीका लगवाए जाने का लक्ष्‍य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्‍य को शीघ्र ही पूरा करने के लिए सभी स्‍वास्‍थ्‍य कर्मी संकल्पित भाव से काम करें।

यह बातें मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी डॉ इन्‍द्र विजय विश्‍वकर्मा ने सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र खलीलाबाद में 12 से 14 साल के बच्‍चों के कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर कहीं। इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एस रहमान ने कहा कि टीकाकरण के लिए लगाए गए स्‍वास्‍थ्‍य कर्मी बच्‍चों को कोर्बेवैक्‍स ( कोविड टीका ) की आधा एमएल की ही डोज दें। साथ ही साथ वेरीफायर इस बात को पूरी तरह से ध्‍यान में रखें कि बच्‍चे की उम्र टीका लगने की अवधि तक 12 वर्ष हो चुकी है तथा वह 14 वर्ष से कम आयु का हो । जिला वैक्‍सीन मैनेजर ईविन/यूएनडीपी सुशील कुमार मौर्या ने कहा कि टीके की वायल निर्धारित तापक्रम पर ही रखें, ताकि उसका बेहतर प्रभाव बना रहे। टीके को लगाने के बाद बची हुई वायल को आईसबाक्‍स में रख दें। पहला टीका लगवाने वाले बंजरिया मुहल्‍ले के 13 वर्षीय नैतिक श्रीवास्‍तव ने बताया कि उन्‍हें पहले तो भय लगा, लेकिन बाद में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई। इंजेक्‍शन कब लगा यह पता ही नहीं चला। मड़या मुहल्‍ले के 12 वर्ष 3 माह के दीपक का कहना है कि उन्‍हें कोई परेशानी नहीं हुई और वह अब कोविड से सुरक्षित हैं। 28 दिन के बाद टीके की दूसरी डोज देने के लिए कहा गया है।

इस अवसर पर सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र खलीलाबाद के अधीक्षक डॉ राधेश्‍याम यादव, डॉ सुखदेव के साथ ही साथ बीपीएम अभय त्रिपाठी और बीसीपीएम महेन्‍द्र त्रिपाठी तथा अन्‍य अधिकारीगण उपस्थि‍त रहे।

बच्‍चों का 30 मिनट तक रखा गया पर्यवेक्षण में

जिन बच्‍चों को टीका लगाया गया, उन बच्‍चों को 30 मिनट तक चिकित्‍सकों के पर्यवेक्षण में रखा गया। किसी भी बच्‍चें के अन्‍दर टीके का कोई दुष्‍प्रभाव देखने को नहीं मिला । बच्‍चों को एहतियात के तौर पर पैरासीटामाल की गोली दी गयी ताकि अगर किसी को बुखार हो तो वह उसका सेवन कर ले।

प्रतिकूल प्रभाव पर नजदीकी स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र जाएं

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि यदि किसी बच्‍चे के अन्‍दर कोई प्रतिकूल प्रभाव हो तो तुरन्‍त ही नजदीकी स्‍वास्‍थ्‍य चिकित्‍सा इकाई पर जाएं। साथ ही चिकित्‍सा व प्रतिकूल प्रभाव के सम्‍बन्‍ध में 914071216242 नंबर पर सम्‍पर्क किया जा सकता है। यह फोन लाइन 24 घण्‍टे सातों दिन खुली रहती है।

यह हो सकते हैं प्रतिकूल प्रभाव

सामान्‍यत: टीका लगवाने के बाद प्रत्‍येक 10 व्‍यक्ति में से 1 व्‍यक्ति को बुखार, सिर दर्द, थकान, बदन दर्द, मांसपेशियों में दर्द या मतली आ सकती है। 100 में से एक व्‍यक्ति को जोड़ों में दर्द, ठण्‍ड लगने के साथ सुस्‍ती आ सकती है। इंजेक्‍शन लगने वाले स्‍थान पर दर्द व लाल दाने हो सकते हैं। वहीं असामान्‍य प्रभावों में 100 में से एक व्‍यक्ति को इंजेक्‍शन वाले स्‍थान पर सूजन, ददोरे व खुजली, जबकि 1000 में से एक व्‍यक्ति को जलन हो सकता है।

 

पहले दिन 40 बच्‍चों का टीकाकरण, 21 से नियमित सत्र

सीएमओ ने बताया कि पहले दिन केवल सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र खलीलाबाद में ही टीकाकरण सत्र चलाया गया। इस दौरान 12 से 14 साल आयुवर्ग के कुल 40 बच्‍चों का टीकाकरण किया गया। आगामी 21 मार्च से टीकाकरण के नियमित सत्र चलाए जाएंगे।