Thursday, June 6, 2024
अयोध्या मण्डल

सेवा और वैराग्य की तपोस्थली है अयोध्या: महामंडलेश्वर केशवदास

अयोध्या। वैष्णो नगरी अयोध्या वैराग्य तपस्या की तपोस्थली है जहां संत निरंतर ठाकुर जी का भजन और स्मरण ही करते रहते हैं साथ ही साथ सेवा को ही सबसे बड़ा धर्म मानते हैं और और इसी सेवा की कड़ी में श्रीधाम अयोध्या के अर्गला चौराहे स्वर्गद्वार मोहल्ले में स्थित श्री लाल द्वारा पंजाबी आश्रम का स्थान अग्रिम पंक्ति में माना जाता है क्योंकि यहां निरंतर संत सेवा गौ सेवा विद्यार्थी सेवा होती रहती है और इसके मूल सूत्रधार मंदिर के श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर महंत गंगा दास जी महाराज है। जिन के सानिध्य में निरंतर सेवा प्रकल्प का कार्य उनके कृपा पात्र शिष्य उत्तरा अधिकारी महंत महामंडलेश्वर केशव दास जी महाराज करते रहते है।
महंत केशव दास जी महाराज ने बताया कि गुरुदेव भगवान की कृपा से आश्रम में निरंतर सेवाएं चलती रहती हैं जिसमें संत सेवा विद्यार्थी सेवा आश्रम से जुड़े भक्तों द्वारा निरंतर की जाती है इसी क्रम में राजेंद्र नंदा और वीरेंद्र नंदा व समस्त नंदा परिवार की तरफ से आज मंदिर परिसर में संतो के वृहद भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें अयोध्या के संतो की सेवा की गई और उनको प्रसाद पवाया गया। इस अवसर पर हनुमानगढ़ी के महंत माधव दास , जगतगुरु स्वामी रामदिनेशाचार्य महंत शशिकांत दास प्रेम मूर्ति कृष्ण कांत दास सहित अयोध्या के सैकड़ों संतों महंतों ने प्रसाद पाए।