Monday, May 13, 2024
बस्ती मण्डल

शाकाहार सात्विक विचार को जन्म देता है जबकि मांसाहार से दुर्विचार आतें हैं-ओम प्रकाश आर्य

बस्ती। आर्य वीर हमेशा राष्ट्रपोषक होता उसका जीवन राष्ट्र के लिए ही समर्पित होता ही है साथ ही वह अपने पुरूषार्थ से देश का अभाव, अन्याय और अंधकार को दूर करता है। उक्त ओम प्रकाश आर्य प्रधान आयोजक आर्य वीर दल बस्ती के व्यक्तित्व निर्माण युवा शिविर के बौद्धिक सत्र में कही। भक्ष्याभक्ष्य पर बोलते हुए उन्होने कहा कि शाकाहारी व्यक्ति पूरा जीवन शाकाहारी रह सकता है पर मांसाहारी व्यक्ति बिना शाकाहार के मांसाहार भी नहीं कर सकता। शाकाहार सात्विक विचार को जन्म देता है जबकि मांसाहार से दुर्विचार आतें हैं। इससे पूर्व शिविर के चौथे दिन का प्रारम्भ पंकज आर्य प्रान्त प्रभारी आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश के सानिध्य में वैदिक यज्ञ से हुआ जिसमें अलख निरंजन आर्य मुख्य यजमान रहे। उन्होंने बच्चों को ईश्वर स्तुति, प्रार्थना व उपासना के बारे में बताया तथा यज्ञ को ही जीवन का आधार बताते हुए कहा कि यज्ञ से सभी उत्तम फल प्राप्त होते हैं। इसी कड़ी में प्रशिक्षक कृष्ण पाल आर्य ने कहा कि आर्य संस्कृति का मूल वेद है, इसलिए इसे वैदिक संस्कृति भी कह सकते है। यह वैदिक संस्कृति ही सबसें प्रथम और सबके लिए वरण करने योग्य है। उन्होने सात्विक भोजन, संयम, प्राणायाम, प्रातःजागरण, सत्संग, स्वध्याय, प्रसन्नता एवं जप को बुद्धि विकास का साधन बताया। शारीररिक व्यायाम के क्रम में प्रशान्त आर्य प्रशिक्षक आर्य वीर दल द्वारा बच्चों को आत्मारक्षा के लिए जूडो, लाठी, दण्ड एवं बैठकों का प्रशिक्षण दिया गया साथ ही परिामिड व स्तूप निर्माण के साथ साथ शीर्षसन, हलासन, मकरासन, भुजंगासन, वज्रासन, सुप्तबज्रासन, दण्डासन, शलभासन, वक्रासन,मयूरासन का विधिवत अभ्यास कराते हुए अपने देश के विकास एवं रक्षा के लिए इसका प्रयोग करने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर शिविर संचालक अदित्यनारायण गिरि ने बताया कि 16 जनवरी को प्रातः कालीन यज्ञ सत्र के पश्चात शौर्य प्रदर्शन के साथ समापन होगा जिसमें पुलिस अधीक्षक बस्ती मुख्य अतिथि होंगे।