Monday, May 6, 2024
राजनैतिक

पंजाब विधानसभा चुनाव -2022 राजनीतिक दलों में मुख्यमंत्री का चहेरा बना बड़ा सवाल …..?

चंडीगढ़ 11 दिसम्बर 2021(ख़) आम आदमी पार्टी 2017 के विधानसभा चुनाव की भांति इस बार भी मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर परेशान है। पार्टी के नेता भी मानते हैं कि पिछली बार पार्टी को जनता के सामने सीएम फेस नहीं पेश कर पाने का खामियाजा भुगतना पड़ा था।

पंजाब में शिअद-भाजपा गठबंधन और कांग्रेस से कैप्टन का अलगाव क्या हुआ कि सूबे के सियासी दलों के लिए 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री चेहरों का टोटा ही हो गया। अब तक शिअद-भाजपा गठबंधन से प्रकाश सिंह बादल और कांग्रेस के कैप्टन अमरिंदर सिंह निर्विरोध मुख्यमंत्री चेहरा रहे और साल-दर-साल यह पार्टियां इन्हीं के सहारे चुनाव में उतरती रहीं। लेकिन इस बार काफी कुछ बदल गया है। पार्टियां अब तक तय नहीं कर पाई हैं कि वह अपने किस नेता के नेतृत्व में चुनाव में उतरेंगी। फिलहाल सभी दल इस मामले में एक-दूसरे की पहल का इंतजार करते दिखाई दे रहे हैं।
शिअद ने उम्रदराज प्रकाश सिंह बादल को चुनाव में उतारने का अभी फैसला नहीं किया, वहीं कैप्टन के कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी बना लेने के बाद कांग्रेस को मुख्यमंत्री चेहरा नहीं मिल रहा। सत्ताधारी कांग्रेस के मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी साफ कर चुके हैं कि वह 2022 के चुनाव में कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा नहीं हैं और वह अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे। वहीं, भाजपा से गठबंधन के प्रयास में जुटे कैप्टन भी कह चुके हैं कि गठबंधन में वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं। इससे पहले भाजपा की ओर से अपने दम पर सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान तो किया गया लेकिन चुनाव में पार्टी की कमान कौन संभालेगा, इस सवाल को पार्टी हाईकमान पर छोड़ दिया गया है।
आम आदमी पार्टी 2017 के विधानसभा चुनाव की भांति इस बार भी मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर पसोपेश में है। पार्टी के नेता भी मानते हैं कि पिछली बार पार्टी को जनता के सामने सीएम फेस नहीं पेश कर पाने का खामियाजा भुगतना पड़ा था लेकिन कमोबेश स्थिति इस बार भी वही है। आप सुप्रीमो पंजाब में सिख मुख्यमंत्री देने का वादा कर चुके हैं। साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि वह खुद मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में सबसे आगे हैं। उन्हें पार्टी के विधायकों का भी समर्थन हासिल है लेकिन अंतिम फैसला केजरीवाल करेंगे, जिन्होंने अब तक पत्ते नहीं खोले हैं। हालांकि वह बार-बार कह रहे हैं कि चुनाव से पहले पार्टी मुख्यमंत्री चेहरा जरूर सामने लाएगी।
कैप्टन के अलग हो जाने के बाद सत्ताधारी कांग्रेस में अब मुख्यमंत्री पद के इतने दावेदार खड़े हो गए हैं कि पार्टी हाईकमान ने मौजूदा सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को 2022 चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरा बताने से परहेज शुरू कर दिया है। खुद चन्नी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वह कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा नहीं हैं। दरअसल, प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू, सीनियर नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। पार्टी हाईकमान का यह मानना है कि अगर चन्नी को ही 2022 में मुख्यमंत्री बनाने का एलान कर दिया गया तो पार्टी के भीतर विरोध के कई स्वर उभर आएंगे, जो पार्टी को चुनाव में नुकसान पहुंचा सकते हैं।
उधर, कैप्टन की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस और भाजपा व संयुक्त अकाली दल के बीच संभावित गठबंधन में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी से कैप्टन ने पहले ही खुद को अलग कर लिया है। भाजपा अपने हाईकमान के सहारे है जबकि संयुक्त अकाली दल में सुखदेव सिंह ढींढसा और सीनियर नेता ब्रह्मपुरा के बीच अहम की जंग छिड़ सकती है।