Saturday, May 18, 2024
बस्ती मण्डल

सिन्धु सभ्यता के शताब्दी वर्ष पर वेबिनार का आयोजन

रुधौली/बस्ती।आज दिनांक 28-11-2021 दिन रविवार को राजकीय महाविद्यालय, रूधौली, बस्ती के सांस्कृतिक परिषद तथा इतिहास विभाग के तत्वाधान में जूम प्लेटफार्म पर सिन्धु घाटी सभ्यता के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में एक आनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आनलाइन शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 राजेश कुमार शर्मा ने मॉ सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर किया। कार्यक्रम को संचालित करते हुए सांस्कृतिक परिषद् के प्रभारी डा शैलजा ने विश्व विरासत सप्ताह की रूपरेखा पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका उद्देश्य गर्व के उन पलों को याद करना है जिनसे भारत की आजादी और गौरवशाली क्षण का इतिहास जुडा है। वेबीनार के मुख्य वक्ता डा0 आशुतोष शरण, एसोसिएट प्रोफेसर- इतिहास विभाग, राजकीय स्नाŸाकोŸार महाविद्यालय, हरिद्वार ने हमारी सांस्कृतिक विरासत को समझने और इसके संरक्षण के बारे में आम जन के बीच जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता पर बल देते हुये सिन्धु घाटी सभ्यता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि कैसे इस सभ्यता ने भारत के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति को उजागर किया। इस दौरान महाविद्यालय की छात्रा सुषमा सिंह तथा निकिता सिंह ने भी सिन्धु घाटी के गौरवशाली इतिहास पर अपने विचार व्यक्त किये। महाविद्यालय के प्राचार्य और इतिहास विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा0 शर्मा ने अपने उद्बोधन में छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि इतिहास साक्षी है कि किसी राष्ट्र का गौरव तभी जाग्रत रहता है जब वो अपने स्वाभिमान और बलिदान की परम्पराओं को अगली पीढ़ी को भी सिखाता है, संस्कारित करता है, उन्हें इसके लिए निरंतर प्रेरित करता है। किसी राष्ट्र का भविष्य तभी उज्ज्वल होता है जब वो अपने अतीत के अनुभवों और विरासत के गर्व से पल-पल जुड़ा रहता है। फिर भारत के पास तो गर्व करने के लिए अथाह भंडार है, समृद्ध इतिहास है, चेतनामय सांस्कृतिक विरासत है। भारत के अतीत की सबसे पहली तश्वीर उसी सिन्धु घाटी सभ्यता से मिलती है जिसके अवशेष मोहनजोदडों और हडप्पा से मिले है। कार्यक्रम के अन्त में समाजशारूत्र विभाग के प्रवक्ता श्री जगदीश प्रसाद ने मुख्य वक्ता और अतिथि के प्रति आभार प्रकट किया। इस दौरान रूचि सिंह, पूनम गौड, अभय कुमार, गीता यादव, कविता निषाद, दीपक, सरिता आदि आनलाइन जुडे रहे।