Saturday, June 29, 2024
बस्ती मण्डल

यज्ञ के साथ साथ वेद कथा का भी आयोजन

बस्ती । दिनांक 23 अगस्त से 30 अगस्त तक आर्य समाज नई बाज़ार बस्ती में यज्ञ के साथ साथ वेद कथा का भी आयोजन किया गया है। जिसके लिए आचार्य सुरेश जोशी वैदिक प्रवक्ता व भजनोपदेशिका रुक्मिणी आर्य जी पधार रहे हैं। यह जानकारी देते हुए ओम प्रकाश आर्य प्रधान आर्य समाज नई बाज़ार बस्ती ने बताया कि पर्यावरण को शुद्ध बनाने का एकमात्र उपाय यज्ञ है। यज्ञ प्रकृति के निकट रहने का साधन है। रोग-नाशक औषधियों से किया यज्ञ रोग निवारण वातावरण को प्रदूषण से मुक्त करके स्वस्थ रहने में सहायक होता है। आज रेलवे स्टेशन रोड कालोनी में यज्ञ कराते हुए यज्ञाचार्य देवव्रत आर्य ने बताया कि गिलोय, ब्राह्मी, शंखपुष्पी, मुलहठी, सोंठ, तुलसी आदि जड़ी-बूटियां जो हवन सामग्री में डाली जाती हैं उससे हर प्रकार संक्रमण समाप्त होते हैं। कहा कि यज्ञ से रोगाणुओं अर्थात कृमियों का नाश हो जाता है। ये रोगजनक कृमि पर्वतों, वनों, औषधियों, पशुओं और जल में रहते हैं जो हमारे शरीर में अन्न और जल के साथ जाते हैं। मलमूत्र के विसर्जन, पदार्थों के गलने-सडऩे, श्वास-प्रश्वास की प्रक्रिया, धूम्रपान, कल-कारखानों, वाहनों, भट्ठों से निकलने वाला धुआं, संयंत्रों के प्रदूषित जल, रसायन तत्व एवं अपशिष्ट पदार्थों आदि से फैलने वाले प्रदूषण के लिए मानव स्वयं ही उत्तरदायी है। अत: उसका निवारण करना भी उसी का कर्तव्य है।
शिक्षक अनूप कमार त्रिपाठी ने कहा कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने भी परीक्षण करके यज्ञ द्वारा वायु की शुद्धि होकर रोग निवारण की इस वैदिक मान्यता को स्वीकार किया है।
प्राय: लोगों का विचार है कि यज्ञ में डाले गए घृत आदि पदार्थ व्यर्थ ही चले जाते हैं परंतु उनका यह विचार ठीक नहीं है। विज्ञान के सिद्धांत के अनुसार कोई भी पदार्थ कभी नष्ट नहीं होता अपितु उसका रूप बदलता है। इस अवसर पर उपेन्द्र शर्मा, सन्तोष कुमार, प्रमोद कुमार, सन्ध्या गुप्ता, संदीप गुप्ता, बिन्दु गुप्ता, दीपिका गुप्ता, दुर्गेश कुमार,मनोज गुप्ता, पिंकी गुप्ता, सहित अनेक लोग सम्मिलित रहे।
गरुण ध्वज पान्डेय