Wednesday, July 3, 2024
बस्ती मण्डल

दूसरे चरण में 2600 को लगेगी कोविड वैक्सीन

बस्ती। दूसरे चरण में 2600 स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड का टीका लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए 13 टीकाकरण केंद्रों का चयन किया है, इसमें पहले चरण के चारो बूथ शामिल हैं।
दूसरे चरण के टीकाकरण के लिए विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। टीकाकरण वाले अस्पतालों से कहा गया है कि वे लाभार्थियों का नाम सीधे कोविन पोर्टल पर फीड करना शुरू कर दें। हर केंद्र पर दो-दो बूथ संचालित किए जाएंगे तथा एक बूथ पर 100 लाभार्थियों का टीकाकरण किया जाएगा। इस चरण में भी फिलहाल सरकारी अस्पताल के स्टॉफ को ही शामिल किया जा रहा है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. फकरेयार हुसैन ने बताया कि दूसरे चरण की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जिन केंद्रों पर टीकाकरण किया जाना है, उनमें से मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल केंद्र को छोड़कर शेष अस्पतालों में वैक्सीन उपलब्ध है। लाभार्थियों का नाम फीड करने के साथ ही टीकाकरण के लिए लगाए गए स्टॉफ की भी फीडिंग पोर्टल पर की जा रही है। उन्होंने बताया कि ड्राई रन के दौरान सभी केंद्रों के स्टॉफ को टीकाकरण का सफल परीक्षण दिया जा चुका है।

इन केंद्रो पर होगा टीकाकरण
मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, सीएचसी कप्तानगंज, रुधौली, बहादुरपुर, साऊंघाट, कुदरहा, मरवटिया, हर्रैया, भानपुर, पीएचसी सल्टौआ व बनकटी

15 फरवरी को लगेगा दूसरा डोज
पहले चरण में जिन लोगों को कोविड का टीका लगाया गया है, उन्हें 15 फरवरी को दूसरा डोज लगाया जाएगा। डॉ. हुसैन ने बताया कि जिन चार केंद्रों पर टीका लगाया गया है, उन्हीं पर दूसरा डोज भी लगाया जाएगा। लाभार्थी को दूसरे डोज के लिए उसे दिया गया टीकाकरण कार्ड लाना होगा। दोनों डोज की सूचना उस कार्ड पर दर्ज की जाएगी। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 342 लोगों को टीके की पहली डोज लगाई गई है, उन्हें ही दूसरी डोज लगाकर प्रतिरक्षित किया जाएगा।

टीका लगाने के बाद भी करें प्रोटोकाल का पालन
डॉ. हुसैन ने बताया कि जिन लोगों को कोविड की पहली डोज लगी है, वे कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करें। इसमें किसी तरह की लापरवाही न करें। दूसरा डोज लगने के बाद ही टीकाकरण पूर्ण माना जाता है। उन्होंने कहा कि मुंह पर मॉस्क लगाना, नियमित साबुन से हाथ धोना, शारीरिक दूरी बनाए रखना आदि सावधानियां कोरोना के फैलाव को रोकने में सबसे ज्यादा कारगर है।