Sunday, July 7, 2024
बस्ती मण्डल

मोटी रकम की लालच में अवैध रूप से संचालित डबल डेकर बसों के खिलाफ कार्यवाही नही कर रहे आरटीओ

बस्ती, 30 जून। बिहार से लेकर दिल्ली तक विभागीय रहमोकरम पर धड़ल्ले से संचालित हो रही डबल डेकर बसों के खिलाफ कार्यवाही से आरटीओ रविकान्त शुक्ला को क्यों परहजे है, इसका जवाब उन्ही के पास होगा लेकिन पिछले दो सालों से इस भ्रष्टाचार के खिलाफ चरणबद्ध तरीके से संघर्ष कर रहे मानवाधिकार कार्यकर्ता महेन्द्र श्रीवास्तव को सिर्फ निराशा मिली है। ऐसा लगता है कि विभागीय अधिकारों की मिलीभगत से न केवल सरकारी राजस्व को भारी क्षति पहुचाई जा रही है बल्कि यात्रियों का भी जमकर दोहन हो रहा है।

अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार सेवा संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि फर्जी नाम पते पर रजिस्टर्ड डबल डेकर बसों के संचालकों को विभाग ने खुली छूट दे रखी है। उनका कहना है कि 5 बसें उनके नाम, पते पर विभाग में रजिस्टर्ड हैं जिनका संचालन पूरी तरह अवैध है। उन्हे इस बात का डर है कि विभागीय अधिकारियों व बस मालिकों की मिलीभगत से उनके खिलाफ बढ़ा षडयंत्र रचा जा रहा है। दो वर्षों में आरटीओ ने न तो इन बसों को पकड़ा और न ही इनकी परमिट रद की। इससे ऐसा लगता है कि बसों के संचालन से हो रहे लाभ में उनका भी हिस्सा है। बसें या बसों के संचालक किसी अवांछनीय गतिविधि में लिप्त पाये गये और वे कार्यवाही की जद में आये तो इसके जिम्मेदार आरटीओ रविकान्त शुक्ला स्वयं होंगे।