गुरु नानक जयन्ती पर हृदयोगार
गुरु नानक भारत की शान ।
सन्त शिरोमणि सुख की खान।
राग द्वैष से न्यारे थे।
सन्तों को अति प्यारे थे।
जग में चिर प्रकाश फैलाया।
सदा प्रेम का दीप जलाया।
जग से किया अंधेरा दूर।
थे सबकी आखों के नूर।
किया वेदना का अवसान।
गुरु नानक थे परम महान।
धरा लग रही है रसवन्ती।
गुरु नानक की आज जयंती।
इस अवसर पर खुशी मनाओ।
मानवता का अलख जगाओ।
धरती स्वर्ग बनाना होगा।
चिर प्रकाश फैलाना होगा।
“वर्मा” लगते सभी मगन।
गुरु नानक का करें नमन।
डा. वी. के. वर्मा
आबस्तीयुष चिकित्साधिकारी
जिला चिकित्सालय