Sunday, May 19, 2024
साहित्य जगत

प्रशिक्षण शिविर संपन्न

वैशाली:: जिले के बघनोचा गाँव में आर्ट एन्ड क्राफ्ट प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह सह महारुद्र पुस्तकालय बघनोचा का उद्घाटन समारोह हर्षोल्लास से सम्पन्न हुआ। सरोज सेवा संस्थान बघनोचा के प्रांगण में 23 से 30 मार्च तक आर्ट एन्ड क्राफ्ट प्रशिक्षण शिविर जयपुर से आईं प्रशिक्षिका नेहा माथुर के नेतृत्व में चलाया गया। सुमित कुमार, भारतीय प्रशासनिक सेवा, अनुम॔डल पदाधिकारी महनार के आदेशानुसार, राजकीय मध्य विद्यालय बघनोचा, कैलावाद, लावापुर नारायण, बालिका उच्च विद्यालय महनार आदि के 60 बच्चों ने विभिन्न कलाकृतियों का प्रशिक्षण लिया और दक्षता हासिल की। समापन समारोह में इन छात्र एवं छात्राओं द्वारा बनाई गई चीजों को देखकर सभी लोग आश्चर्यचकित हो गये। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि सुमित कुमार, भारतीय प्रशासनिक सेवा, अनुम॔डल पदाधिकारी महनार के आगमन से हुआ। मुजफ्फरपुर स्टेशन मुख्यालय से कर्नल सुनील कुमार और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खडगवासला से मेजर राजीव राय विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। साक्षी सिंह ने कार्यक्रम का संचालन किया। खुशबू, अंशिका और मुस्कान ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। पारंपरिक रूप से मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया गया साथ में मेमेन्टो प्रदान की गई। सुमित कुमार एस डी एम महनार ने कहा कि महनार अनुम॔डल के लिए एक गौरव की बात है कि सरोज सेवा संस्थान बघनोचा ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति समर्पित होकर कार्य कर रहा है और वे पिछले दो वर्षों में तीन से चार बार यहाँ आ चुके हैं। उन्हे यहाँ आकर बहुत ही सुकून की अनुभूति होती है। दिल्ली से चलकर जो बना बनाया विशालकाय घर पिछले दिनों आया था उसमें महारुद्र पुस्तकालय बघनोचा की स्थापना एस डी एम महनार के हाथों की गई । संस्थान में दिल्ली से लगभग चालीस हजार रुपये की लागत से खेल कूद के सभी सामग्री लाए गए हैं जिन्हें खेलने की सुरुआत मुख्य अतिथि के द्वारा की गई। गाँव के बच्चों को क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल, बैडमिंटन बाक्सिंग,गोल्फ सहित अन्य खेलों की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है जिससे बच्चों में बहुत उत्साह देखने को मिला है। कर्नल सुनील कुमार ने कहा कि युवा वर्ग को मेहनत और लगन से काम करना चाहिए। सेना में भर्ती के लिए भी उन्होंने प्रेरित किया। मेजर राजीव राय ने एन डी ए खडगवासला के बारे में बच्चों को विस्तृत जानकारी दी। खासकर लड़कियों को सेना में आने के लिए प्रेरित किया और कहा कि पहले लडकियों के लिए ये अवसर उपलब्ध नहीं थे। लेकिन जब से वे एन डी ए में आने लगी हैं उनकी क्षमता को देखकर लगता है कि कोई भी कार्य महिलाओं से असंभव नहीं है। गाँव के बच्चों को एन डी ए में आने के टिप्स दिए। मास्टर वारंट आफिसर देवेन्द्र प्रसाद, भारतीय वायु सेवा ने वायु सेना के बारे में विस्तार से बताया और सभी छात्र एवं छात्राओं को प्रेरित किया। लक्ष्य अकादमी के निदेशक मुकेश कुमार ने अग्नि वीर की तैयारी के लिए विस्तृत जानकारी दी।
नेहा माथुर ने बघनोचा गाँव में पिछले एक सप्ताह के अनुभव को साझा किया और कहा कि यहां के लडकियों में सीखने की क्षमता है बस उन्हे अवसर उपलब्ध कराएं ताकि सभी लडकियों को अपने पैरों पर खड़े होने में सहुलियत हो। आर्ट एन्ड क्राफ्ट प्रशिक्षण शिविर में उन्होंने टूटे फूटे, कचड़े में पड़े सामान से अनेक प्रकार के डेकोरेशन के सामान, गहने, बैग, दुपट्टा आदि बनाना सीखाया। मुजफ्फरपुर से रजनी प्रभा और राधा सिंह ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रजनी एक लेखिका भी हैं और गाँव के बच्चों उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित किया। जदयू के महनार प्रखंड प्रभारी सतीश राय ने कहा कि संस्थान के क्रियाकलापों की जितनी भी प्रश॔सा की जाय कम है और इस मुहिम को आगे बढाने में पूर्ण सहयोग देंगे। चापा ने 16 वीं बार के प्रयास से सेना में भर्ती के लिए सफलता हासिल की थी। उनकी कहानी सुनकर बच्चों मे बहुत उत्साह देखने को मिला। सेवा निवृत्त सैनिक गण भी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए और अपने अनुभव साझा किया। लेफ्टिनेंट कर्नल मनमोहन ठाकुर ने कहा कि उनका यह प्रयास रहता है कि बाहर जो कुछ भी उन्होंने सीखा है अपने गाँव के बच्चों प्रशिक्षण देकर उन्हें सफलता की सीढ़ी पार करने में पूरी तरह से मदद करते रहेंगे। पुस्तकालय में सभी तरह के प्रतियोगी परीक्षाओं के किताब उपलब्ध कराई गई है। श्याम कुमार, कैलावाद मध्य विद्यालय के प्राचार्य ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि वे आगे भी सभी बच्चों को आर्ट एन्ड क्राफ्ट की तरफ प्रोत्साहित करेंगे। जंदाहा से संजय कुमार भीम राज सिंह, हाजीपुर से राजेश सिंह भी उपस्थित हुए।
रामचन्द्र पंडित, रघुनाथ राय, सूबेदार अनिल, प्रमोद सिंह, उमेश राय , सुरेश , कमलेष, राम नरेश, उर्मिला, खुशबू, साक्षी सिंह, अंशु, अंकित, ननकी पासवान, सुकृति, स्वेता, आदि ने मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया।