Sunday, May 5, 2024
व्रत/त्यौहार

महाभारत काल से मनाया जाता है छठ महापर्व

बस्ती। व्रत की शुरुआत महाभारत काल में हुई थी. ऐसा माना जाता है इस दिन व्रत करने वाली महिलाओं के संतान का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है और उनके बच्चों तो लंबी आयु मिलती है. इसीलिए माताएं अपनी संतान के लिए इस व्रत को रखती हैं. इस पर्व को मनाने के पीछे जो वैज्ञानिक कारण है वो यह है कि इस पर्व में सूर्य की पूजा की जाती है

छठ के महापर्व पर भगवान सूर्य के साथ छठी मैया की पूजा होती है. कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से यह पर्व शुरू होता है, जो चार दिनों तक चलता है. 36 घण्टे के इस निराजल व्रत में महिलाएं कुंड, सरोवर और नदी किनारे छठी मैया की पूजा करती हैं और भगवान सूर्य को अर्घ्य देती हैं.

बस्ती जनपद से मुंडेरवा थाना के अंतर्गत बरडाड चौराहे से सटा हुआ शिव मंदिर के पास संगीत के साथ बजा और नृत्य डांस बिंजो बाजा के साथ बड़े हर्ष उल्लास के साथ त्यौहार को बड़ी ही परंपरा के साथ सभी आदर्श सरोवर पर क्षेत्र के समस्त महिलाएं सरोवर में आकर अपनी उपासना का मंगल कामना करती हैं जिसमें उपस्थित रहे नगर पंचायत अध्यक्ष सुनील सिंह टिंकू अधिशासी अधिकारी कीर्ति सिंह, सफाई सुपरवाइजर अंकित श्रीवास्तव,
विकास सिंह ,आनंद कुमार पाल उर्फ बबलू पाल मुंडेरवा व्यापार मंडल महामंत्री , मुंडेरवा थाना व नगर पंचायत सफाई मित्र अपनी टीम के साथ उपस्थित रहे।