Wednesday, June 26, 2024
बस्ती मण्डल

गन्ने के बढ़ाव के लिए किसान करें टॉप ड्रेसिंग

बस्ती। मानसुन के दस्तक देने के साथ ही गर्मी से लोगों को जहां राहत मिली है, वहीं गन्ना किसानों के लिए भी यह बारिश वरदान साबित हो सकती है। गन्ने के तेजी से बढ़ाव के लिए किसानों के द्वारा टॉप ड्रेसिंग करने का यह बहुत ही उपयुक्त समय है। इस कार्य के लिए किसानों को चीनी मिल मुण्डेरवा के कर्मचारी अभियान चलाकर किसानों को जागरूक कर रहे हैं।
चीनी मिल मुण्डेरवा परिक्षेत्र में गन्ने का पैदावार बढ़ाने के लिए शासन द्वारा विशेष प्रयास किया जा रहा हैै। इसी क्रम में मिल की कार्यदाई संस्था एलएसएस द्वारा गन्ने के विकास के लिए कार्य किए जाते हैैं। इनके फील्ड स्टाफ किसानों को बारिश के मौसम में गन्ने के बढ़ाव के लिए किए जानेवाले उपायों की जानकारी दे रहे हैं। किसानों को कृषि तकनीकों के जानकार ये फील्ड स्टाफ सलाह दे रहे हैं कि बारिश रूकने पर गन्ने में यूरिया का टॉप ड्रेसिंग करें। इसके लिए प्रति एकड़ 50 किलोग्राम यूरिया का प्रयोग कर सकते है। गन्ने के जड़ों में किसान यूरिया डालें। इससे पौधों का तेजी से विकास होगा। इसके अलावा गन्ने में दवाओं व यूरिया का स्प्रे भी किसान कर सकते हैं। गन्ने के एक एकड़ परिक्षेत्र में 200 लीटर पानी में 500 एमएल नैनो यूरिया, 4 किलोग्राम एनपीके, 250 एमएल एमिडा क्लोरोपिड का घोल बनाकर किसान छिड़काव करें। जिन खेतों में टॉप बोरर का संक्रमण है,उनमें 400 लीटर पानी में 150 एमएल कोराजन का घोल बनाकर छिड़काव किया जाना जरूरी है।
किसानों को सलाह दी जा रही है कि बारिश बंद होने पर गन्ने के जड़ों पर मिटृटी चढ़ाने का कार्य हर हाल में पूरा कर लें। जिससे गन्ने के फसलों के गिरने की समस्या काफी हद तक कम हो जाती है। साथ ही एक माह बाद गन्ने की पहली बंधाई का कार्य भी कर लें। शरदकालीन मौसम में की गई गन्ना बुवाई व पेड़ी गन्ना का अधिक बढ़ाव हो जाने पर इसके गिरने का डर रहता है। ऐसे में इसकी बंधाई जरूरी हो जाती है। कार्यदाई संस्था एलएसएस के गन्ना सलाहकार एसपी मिश्र ने कहा कि हमारे कर्मचारी किसानों से सीधा संवाद कर उन्हें आवश्यक सलाह दे रहे हैं। जिससे की किसानों को गन्ने की बेहतर उपज मिले तथा मांग के अनुरूप मिल को भी पर्याप्त गन्ने की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
चीनी मिल मुण्डेरवा के प्रधान प्रबंधक अभिषेक पाठक ने बताया कि किसानों को नैनो यूरिया समेत अन्य उर्वरक व दवाएं अनुदानित दर दिया जा रहा है। जिसका अधिक से अधिक किसान लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा गन्ने की बंधाई के लिए भी किसानों को आर्थिक मदद दी जाती है। उन्होंने कहा कि किसानों की हमेशा कोशिश रहनी चाहिए की कम लागत में गन्ने की अधिक उपज प्राप्त करें। इस कार्य में मिल प्रबंधन हर संभव मदद के लिए हमेशा तत्पर है।