Monday, July 1, 2024
बस्ती मण्डल

स्वास्थ्य और सुपोषण के लिए महत्वपूर्ण है पर्यावरण अनुकूल आचरण-सीएमओ

गोरखपुर, स्वस्थ और सुपोषित जीवन का सीधा सम्बन्ध पर्यावरण अनुकूल आचरण से है । ‘‘मिशन लाइफ’’ के मंत्र के साथ अगर सात सूत्रों को अपनाया जाए तो संक्रामक और गैर संक्रामक बीमारियों से बचाव होगा । पर्यावरण अनुकूल इस आचरण को सभी को अपनाना ही होगा । उक्त बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने कहीं। वह विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ‘‘मिशन लाइफ’’ मंत्र के साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर पौधारोपण और शपथ ग्रहण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे । सीएमओ कार्यालय के अलावा जिले के सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर विविध जनजागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन किये गये ।

सीएमओ ने कहा कि पर्यावरण अनुकूल आचरण का एक प्रमुख मुद्दा जल संरक्षण है । जब पानी का संरक्षण होगा और उसे विषैले पदार्थों से बचाया जाएगा तभी स्वच्छ जल मिल सकेगा और जलजनित बीमारियों से बचाव होगा । पूर्वांचल में इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी का एक कारक प्रदूषित जल भी रहा है । स्वच्छ जल संरक्षित कर स्थिति को बदला जा सकता है । सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग में कमी लाने से मृदा प्रदूषण से बचाव होगा और समुदाय दूषित खाद्यान्न के सेवन से बच सकेगा । कैंसर जैसी बीमारी की रोकथाम में इसका अहम योगदान है।

डॉ दूबे ने कहा कि मच्छरजनित संक्रामक रोगों के प्रसार में अपशिष्ट में कमी लाकर रोक लगाई जा सकती है । इसके लिए पर्यावरणीय स्वच्छता पर ध्यान देना होगा । अपशिष्ट की मात्रा कम करनी होगी । स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण के लिए सभी को उर्जा दक्षता के साथ साथ सतत खाद्य प्रणाली को अपनाते हुए ई अपशिष्ट में कमी लानी होगी । साथ ही स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना होगा ।

इस मौके पर जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेंद्र ठाकुर, एसीएमओ डॉ एके चौधरी, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह और एआरओ एस एन शुक्ला समेत दर्जनों स्वास्थ्यकर्मियों ने पर्यावरण अनुकूल व्यवहार की शपथ ली ।

*हीट स्ट्रोक की घटनाएं रुकेंगी*

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके चौधरी ने बताया कि पौधारोपण से आसपास का वातावरण सामान्य रहेगा। भीषण गर्मी व लू से समुदाय में होने वाली मौतों को रोका जा सकता है। हालांकि गर्मी की शुरुआत में ही हीट स्ट्रोक से बचने के दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। उन्होंने बताया कि पौधरोपण से वायु प्रदूषण के प्रभावों को कम किया जा सकता है। साथ ही सहजन और औषधीय पौधों को लगा कर घर में ही पोषण प्राप्त कर सकते हैं। ताजी हवा लेकर सांस से सम्बन्धित विकारों से मुक्ति पाई जा सकती है।
‘‘मिशन लाइफ’’ देश के प्रधानमंत्री की अवधारणा है। इसका उद्देश्य उपलब्ध संसाधनों के विनाशकारी उपभोग की जगह पर समझदारी भरे उपयोग के लिए जन आंदोलन का वातावरण तैयार करना है।