Saturday, June 29, 2024
बस्ती मण्डल

टीबी को जड़ से समाप्‍त करने को सरकार प्रतिबद्ध : डॉ नरेन्‍द्र सिंह

संतकबीरनगर। क्षय रोग उन्‍मूलन कार्यक्रम के राज्य इकाई के वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ नरेन्‍द्र सिंह ने कहा है कि टीबी को हर हाल में जड़ से समाप्‍त करना है । केन्‍द्र सरकार वर्ष 2025 तक देश से टीबी को जड़ से समाप्‍त करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए जिले की आशा,आंगनबाड़ी, एएएनएम के साथ ही आम जनता से भी अपील है कि वह टीबी रोगियों को पहचानकर अस्‍पताल तक ले जाएं और उनका इलाज कराएं।

यह बातें उन्‍होने सीएमओ डॉ हरगोविन्‍द सिंह के निर्देशन में चल रहे क्षय रोगी खोज अभियान की जमीनी हकीकत जानने के लिए किए गए विभिन्‍न गांवों के दौरे के दौरान खलीलाबाद ब्‍लाक के तामेश्‍वरनाथ क्षेत्र में अभियान में लगी हुई फ्रंट लाइन वर्कर्स तथा आम जनता से सम्‍पर्क के दौरान कहीं । उन्‍होंने जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एसडी ओझा, टीबी सेल के जिला कार्यक्रम समन्‍वयक अमित आनन्‍द, ईश्‍वर चौधरी तथा बाबूराम के साथ तामाखास, अंसार टोला तथा अन्‍य स्‍थानों पर चल रहे क्षय रोगी खोज अभियान का भौतिक सत्‍यापन किया । जिला कार्यक्रम समन्‍वयक अमित आनन्‍द ने उन्‍हे जानकारी दी कि 2 नवम्‍बर से चल रहे इस अभियान के दौरान दो दिनों में संभावित रोगियों के कुल 74 सैम्‍पल लिए गए हैं । कुल 2 रोगी पाजिटिव मिले हैं जो सेमरियांवा क्षेत्र के हैं । उनका इलाज करने के साथ ही अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

*टीम के सदस्‍यों से टीबी के लक्षणों के बारे में पूछा*
निरीक्षण के दौरान तामेश्‍वरनाथ में उन्‍होंने अभियान में लगी टीम की सदस्‍य विमला देवी, संगीता और किरन से टीबी के लक्षणों के बारे में पूछा। आशा कार्यकर्ताओं ने उन्‍हें संतोषजनक जवाब दिया। डॉ नरेन्‍द्र सिंह ने उनकी टैली शीट को चेक किया तथा वहां के ग्रामीणों से उनके कार्यों के बारे में पूछा। आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्‍हें अभियान के बारे में प्रशिक्षण में इन सारी बातों को बताया गया था।

*यह लक्षण दिखें तो जरुर करा लें जांच*
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एसडी ओझा ने बताया कि अगर छह प्रकार के लक्षण दिखाई दें तो कतई नजरंदाज न करें। इनमें दो सप्‍ताह या उससे अधिक समय से खांसी आना। खांसी के साथ बलगम व बलगम के साथ खून आना। वजन का घटना। बुखार व सीने में दर्द, शाम के समय हल्‍का बुखार होना। रात में बेवजह पसीना आना। भूख कम लगने जैसी समस्‍या है तो अवश्‍य ही अपनी जांच करा लें। जांच के उपरान्‍त समय पर इलाज हो जाने से टीबी ठीक हो सकता है।

*चित्र परिचय –* तामेश्‍वरनाथ में टीबी रोगी खोजी अभियान का निरीक्षण करते हुए स्‍टेट टीबी सेल से आए डॉ नरेन्‍द्र सिंह