Saturday, May 18, 2024
हेल्थ

खसरे की पुष्टि के बाद सतर्क हुआ स्‍वास्‍थ्‍य महकमा, बच्‍चों को लगाए जाएंगे टीके

संतकबीरनगर। सेमरियांवा स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र के तीन गांवों में खसरे के प्रकोप की पुष्टि होने के बाद स्‍वास्‍थ्‍य महकमा सतर्क हो गया है। इन तीनों गांवों में बच्‍चों की सूची तैयार कर ली गयी है तथा शनिवार से 32 टीम वृहद स्‍तर पर टीकाकरण करेंगी। गांव में फॉगिंग के साथ ही स्‍वच्‍छता का भी विशेष ध्‍यान रखा जा रहा है। सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र की टीम भी मौके पर जाकर स्थिति की जानकारी ले रही है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एस रहमान ने बताया कि सेमरियांवा क्षेत्र में एक सप्‍ताह पूर्व खसरे के आउटब्रेक की सूचना मिली थी। इस सूचना के बाद टीम गांव में गयी और बच्‍चों के नमूने लिए गए। इस दौरान पिपरागोविन्‍द, मूड़ाडीहा बेग तथा तिलजा गांवों में बच्‍चों में खसरे की पुष्टि हुई है। इसे ध्‍यान में रखते हुए इन गांवों के शून्‍य से पांच साल तक के सभी बच्‍चों की सूची तैयार करायी गयी है। इसी सूची के आधार पर सभी बच्‍चों का टीकाकरण कराया जाएगा। सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र की टीम को गांव में निगरानी करने के लिए कहा गया है।
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खसरे के लक्षण
-सामान्य से तेज बुखार आना।
-सूखी खांसी होना, लगातार नाक बहना।
-गले में खराश बने रहना, आंखों में सूजन आना।
-त्वचा पर छोटे छोटे दाने निकल जाना
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इन पर खसरे का अधिक खतरा
-टीकाकरण से वंचित बच्चे।
-विटामिन ए की कमी वाले बच्चे।
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दो बार लगता है खसरे का टीका
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एस रहमान ने बताया कि खसरे का टीका प्रत्येक बच्‍चे को नौ से 12 माह के बीच तथा 16 से 24 माह के बीच दो बार लगाया जाता है। अगर खसरे का आउटब्रेक ( प्रकोप ) होता है तो यह टीका एक बार और लगाया जाता है। खसरे की रोकथाम के लिए सभी इस क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मी नौ माह से पांच वर्ष तक बच्चों को खसरे का टीका अवश्य लगाएं।