Sunday, May 19, 2024
बस्ती मण्डल

प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था से आक्रोशित बाम दलो ने राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

बस्ती।20 अप्रेल। उत्तर प्रदेश में बिगड़ती के उन व्यवस्था से आक्रोशित वामपंथी दलो सीपीआईएम, सीपीआई ,सीपीआईएमएल के पदाधिकारियों ने प्रदेश में ध्वस्त हो रही कानून व्यवस्था के सवाल पर जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन प्रेषित किया।
माकपा नेता कामरेड के के तिवारी ने बताया कि 15 अप्रैल 2023 की रात में प्रयागराज में पुलिस हिरासत में जिस तरह से 2 लोगों की हत्या की गई उसने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गहरा प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। वारदात के समय काफी संख्या में मौजूद पुलिस के द्वारा हमलावरों के विरुद्ध कोई भी प्रतिक्रिया नहीं की गई और हमलावर इत्मीनान के साथ हत्या का अपराध करने में सफल हुए। यह घटनाएं स्पष्ट करती है कि प्रदेश में कानून का राज नहीं रह गया है और अपराधी पुलिस बल पर भारी हैं। सीपीआई नेता कामरेड अशरफी ने कहा कि हमलावरों ने हत्या के बाद जो नारे लगाए और सरकार के मंत्रियों तथा भाजपा के नेताओं के जो बयान आ रहे हैं उससे सांप्रदायिक नफरत पैदा करने की कोशिश स्पष्ट नजर आ रही है ।
इससे पहले भी बलिया में एक छात्र नेता को गुंडों ने दौड़ा-दौड़ा कर मार डाला ,किंतु पुलिस द्वारा अपराधियों के विरुद्ध कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। फर्जी एनकाउंटर के द्वारा आरोपितों की पुलिस द्वारा हत्या की घटनाएं प्रकाश में आ रही हैं । इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्टों के अनुसार अब तक उत्तर प्रदेश पुलिस के द्वारा 183 एनकाउंटर किए जा चुके हैं।
कम्युनिस्ट नेताओ ने आरोप लगाया कि योगी सरकार न्यायपालिका के कार्यों को अपने हाथों में लेकर खुद ही दंड दे रही है ।बयानों में मुख्यमंत्री इस बात को साबित भी कर रहे हैं।
दूसरी तरफ प्रदेश में कमजोर तबकों ,दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर हमले और उनका उत्पीड़न निरंतर बढ़ता जा रहा है ।जिसकी खबर प्रति दिन अखबारों में छपा करती हैं ।पुलिस थाने भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके हैं ।वहां उत्पीड़ित कमजोर लोगों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उत्तर प्रदेश में लगातार ध्वस्त होती जा रही कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए यथाशीघ्र आवश्यक कदम उठाए जाएं ।कानून का राज स्थापित किया जाए और मुख्यमंत्री सहित भाजपा के अन्य नेताओं के लोकतंत्र एवं संविधान विरोधी बयानों तथा वक्तव्यों पर रोक लगाई जाए।
ज्ञापन देने वालो में के के तिवारी ,कामरेड अशर्फीलाल गुप्ता ,कामरेड राम लौट ,कामरेड शेष मणि , सपा नेता राम शंकर निराला, जनौस नेता शिव चरण निषाद ,कृष्ण मुरारी, श्याम मनोहर जैसवाल आदि शामिल रहे।