Monday, May 20, 2024
बस्ती मण्डल

महापुरूषों के जीवन से प्रेरणा लें- राम प्रसाद चौधरी

बस्ती । बुधवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर निषादों के राजा गुह्य और महर्षि कश्यप को उनकी जयंती पर याद किया गया। सपा जिलाध्यक्ष एवं बस्ती सदर विधायक महेन्द्रनाथ यादव के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री राम प्रसाद चौधरी ने कहा कि निषाद वंश के ऋंगवेरपुर के राजा गुह्य ने वनवासकाल में श्रीराम राम,सीता तथा लक्ष्मण को अपने नगर में रात्रि विश्राम का आश्रय देने के साथ ही केवटराज से गंगा पार करवाया था। वहीं ऋषि कश्यप का समाज निर्माण में विशेष योगदान रहा। हमें अपने महापुरूषों से प्रेरणा लेनी चाहिये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये सपा जिलाध्यक्ष एवं विधायक महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि भारत की गंगा यमुना संस्कृति विविधता लिये हुये है। हमें अपने ऋषियों, मुनियों, विद्वानों के जीवन से प्रेरणा लेनी होगी।
कार्यक्रम में विधायक राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, कविन्द्र चौधरी अतुल’ पूर्व विधायक राजमणि पाण्डेय, समाजवादी चिन्तक चन्द्रभूषण मिश्र, धीरसेन निषाद, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के महामंत्री आर.डी. निषाद, जावेद पिण्डारी, समीर चौधरी, शत्रुघ्न निषाद, राम वृक्ष निषाद, रामकेवल निषाद, राम सिंह यादव, अजीत सिंह, मो. सलीम, गीता भारती आदि ने कहा कि निषादराज निषादों के राजा का उपनाम है। वे ऋंगवेरपुर (वर्तमान-प्रयागराज) के महाराजा थे, उनका नाम महाराज गुहराज निषादराज था। वे निषाद समाज के थे और उन्होंने ही वनवासकाल में राम, सीता तथा लक्ष्मण को अपने सेवकों के द्वारा गंगा पार करवाया था । वहीं सृष्टि के सृजक सप्तऋषि महर्षि कश्यप ब्रह्मा जी के मानस-पुत्र और मरीची ऋषि के महातेजस्वी पुत्र थे। इन्हें अरिष्टनेमी के नाम से भी जाना जाता था। महर्षि कश्यप ऋषि-मुनियों में श्रेष्ठ माने जाते थे। सुर-असुरों के मूल पुरूष मुनिराज कश्यप का आश्रम मेरू पर्वत के शिखर पर था, जहां वे परब्रहा्रा परमात्मा के ध्यान में मग्न रहते थे। उनका अखण्ड तप, अलौकिक ज्ञान, धर्मनिष्ठा, परोपकारिता, अद्भूत तेज आदि समस्त लोकों में गुंजायमान था। सृष्टि की सृजना में महर्षि कश्यप जी का अनूठा एवं उल्लेखनीय योगदान था।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से रामकेवल निषाद, रोशनलाल निषाद, रामसुभग निषाद, संजय निषाद, अनिल निषाद, विशाल निषाद, नीरज निषाद, सन्नी निषाद, सोमदेव निषाद, रामवृक्ष निषाद, पल्टू निषाद, प्रभु निषाद, प्रकाश निषाद, बिहारी निषाद, राम सजीवन निषाद, रामजीत निषाद, रामशंकर निषाद, सल्ल्ूराम निषाद, अखिलेश निषाद, कल्टू निषाद, जोखन निषाद, रामकिशोर निषाद, सिद्धेश सिन्हा अरविन्द सोनकर, गुलाम गौस, कौशलेन्द्र सिंह ‘राजू’ रामभवन यादव, जीत बहादुर सिंह, विनोद चौधरी, राकेश चौधरी, संजय चौधरी, श्रीकान्त निषाद, दुर्गा निषाद, रामभेज निषाद, भाटू निषाद, रामकृपाल यादव, धर्मेन्द्र पासवान, मो. आरिफ, राजेन्द्र यादव, रन बहादुर यादव, राजेन्द्र चौधरी, भोला पाण्डेय, अरविन्द यादव के साथ ही सपा के अनेक नेता, कार्यकर्ता शामिल रहे।