Sunday, May 19, 2024
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गोल्डेन कार्ड विहीन गांव में चलेगा विशेष अभियान

बस्ती।आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गोल्डेन कार्ड विहीन गांव के लाभार्थियों का कार्ड बनाए जाने के लिए पहली नवम्बर को विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिले में लगभग एक सौ गांव ऐसे हैं, जहां पर एक भी लाभार्थी का कार्ड नहीं बन सका है। विभाग का कहना है कि गांव में कैम्प लगाकर कार्ड बनवाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
अपर मुख्य सचिव की ओर से डीएम व सीएमओ के लिए जारी पत्र में कहा गया है कि प्रदेश में कुल 1.18 करोड़ लाभार्थी परिवारों में से मात्र 30.72 प्रतिशत परिवार को पूर्ण अथवा आंशिक रूप से गोल्डेन कार्ड प्रदान किया जा सका है। इससे यह प्रतीत होता है कि लाभार्थियों के सत्यापन व उनका गोल्डेन कार्ड बनाए जाने की प्रगति काफी धीमी है। प्रदेश में 6696 गांव ऐसे हैं, जहां एक भी लाभार्थी का कार्ड नहीं बना है। गोल्डेन कार्ड विहीन गांव का डाटा योजना को संचालित करने वाली एजेंसी साचीज ने सभी जिलों को उपलब्ध करा दिया था।
जनपद में गोल्डेन कार्ड विहीन गांवों का डाटा ब्लॉकवार सभी एमओआईसी को उपलब्ध करा दिया गया है। ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों में तैनात आयुष्मान मित्रों से कहा गया है कि वे मॉनीटरिंग कर कार्ड बनवाना सुनिश्चित करें। कार्ड बनवाने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) की मदद ली जा रही है। गांव की आशा से लाभार्थियों से सम्पर्क कर उन्हें गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। सीएससी के लाभार्थी को प्रति कार्ड 30 रुपए का भुगतान लाभार्थी द्वारा किया जाएगा। अभियान पर नजर रखने के लिए प्रशासन स्तर से सेक्टर ऑफिसर की तैनाती की जाएगी। वह यह बात सुनिश्चित करेंगे कि ज्यादा से ज्यादा लोगों का कार्ड बन जाए। इसकी मॉनीटरिंग जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ. स्वाति द्वारा की जा रही है।
आयुष्मान योजना के नोडल डॉ. सीएल कन्नौजिया ने बताया कि गोल्डेन कार्ड विहीन गांव में कार्ड बनाए जाने की योजना तैयार की जा रही है। ज्यादा से ज्यादा लोगों का कार्ड बनवाए जाने का प्रयास किया जाएगा।
हर साल पांच लाख तक निशुल्क इलाज की सुविधा
आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभार्थी परिवार को हर साल पांच लाख रुपए तक निशुल्क इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। सभी सरकारी व जिले के 17 निजी अस्पताल योजना के तहत सूचीबद्ध हैं, जहां गोल्डेन कार्ड दिखाकर इलाज कराया जा सकता है। देश के किसी भी कोने में योजना में सूचीबद्ध अस्पताल में भी लाभार्थी इलाज करा सकता है।