Thursday, July 4, 2024
साहित्य जगत

जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

खिलखिलाती रहें मुस्कराती रहें
नित नए गीत लब पर सजाती रहें
मिल सके तो मिले यार से फिर गले
सारे शिकवे गिले यूँ भुलाती रहें

खुशियाँ बिखरे सदा आस-पास तेरे
मुबारक की खुशबू फैलाती रहें
दिन आये हजारों वर्ष यही
आप जग में सदा जगमगाती रहें

दोस्तों को अपने इशारों पर यूँ
पांव पर आप एक नचाती रहें
मिले जब भी समय व्यस्तता से कभी
सज़ा महफ़िल दोस्ती निभाती रहें

क्या लिखूँ क्या कहूँ शब्द इतने नहीं
आपकी सादगी हमें गुदगुदाती रहे
नाम सुनकर तेरा मन खुशियाँ भरे
नाम दुनिया में रोशन कराती रहें

आपकी मोहब्बत ने तराशा मुझे
ये मोहब्बत सभी पर लुटाती रहे
दूर कितना रहें पर दिल यहीं पर रहें
राज की बात दिल में सजाती रहें

सरिता त्रिपाठी
लखनऊ, (उत्तर प्रदेश)