Wednesday, June 26, 2024
बस्ती मण्डल

आचार्य ओमव्रत बच्चों को भारत का गौरवशाली इतिहास सुनाकर इससे सबक लेने की प्रेरणा दी

बस्ती।आर्य समाज नई बाजार बस्ती द्वारा आयोजित वेद प्रचार कार्यक्रम के आठवें दिन का वैदिक यज्ञ डी एन कान्वेंट स्कूल बस्ती में हुआ जिसमें प्रबन्धक छोटेलाल यादव सपरिवार यजमान रहे। यज्ञ के पश्चात विद्वानों ने बच्चों को नैतिक शिक्षा व व्यवहार की शिक्षा देते हुए भारत के स्वर्णिम संस्कृति के दर्शन कराए। इस अवसर पर यजमान को साहित्य भेंटकर विदानों ने अध्ययन की प्रेरणा दी। प्रधानाध्यापक आदित्य यादव ने विद्वानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज बच्चों के लिए पाठ्यक्रम के अतिरिक्त नैतिक संस्कार व व्यवहार शिक्षा की अति आवश्यकता है जो उन्हें गलत रास्ते पर जाने से ही नहीं रोकती बल्कि सही रास्ता भी दिखाती है। इस अवसर पर स्वामी दयानन्द विद्यालय सुर्तीहट्टा में भी बच्चों को हापुड़ से पधारे आचार्य ओमव्रत ने बच्चों को गायत्री मंत्र का सरल अर्थ बताते हुए इसके जप से होने वाले लाभों के बारे में बताया। इसके साथ ही बच्चों को भारत का गौरवशाली इतिहास सुनाकर इससे सबक लेने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर *आधुनिक अर्जुन पंडित नेम प्रकाश त्रिपाठी* ने धनुष-बाण विद्या के बारे में बताते हुए शब्द-भेदी बाण सहित अनेक लक्ष्य संधान करते हुए धनुष-बाण का भी प्रदर्शन किया। सायंकालीन कार्यक्रम में आचार्य ओमव्रत ने बताया कि
ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र ये जाति व्यवस्था नहीं बल्कि वर्ण व्यवस्था है जो आज भी पूर्ववत चल रही है। यह व्यवस्था महर्षि मनु ने वेदों के मंत्रों का साक्षात्कार करके अपने ग्रंथ मनुस्मृति में एक संविधान के रूप में हमें दिया था। जब तक यह वर्ण व्यवस्था के रूप में चली तब तक सामाजिक समरसता समाज में बनी रही और जब जातिगत बना दिया गया तो समाज विघटित होने लगा। ओम प्रकाश आर्य प्रधान आर्य समाज नई बाजार बस्ती ने बताया कि 19अगस्त को जन्माष्टमी के अवसर पर योगेश्वर श्रीकृष्ण का वास्तविक जीवन चरित्र पर आधारित विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने आमजनमानस को सपरिवार कार्यक्रम में सम्मिलित होने की अपील की।
इस कार्यक्रम इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से अदित्यनारायण गिरि, अनूप कुमार त्रिपाठी, दिनेश कुमार मौर्य,दिलीप कुमार, गणेश आर्य, संतोष कुमार, अजय कुमार,सुरेन्द्र शर्मा, कलावती शर्मा, शंकर जायसवाल, विनोद कुमार, संध्या, देवव्रत आर्य, राधेश्याम आर्य, गीता, अरविन्द साहू, राजकुमार, महिमा, तारा देवी, मिथलेश देवी, आकृति दूबे, साक्षी, राधा, रामरती, किसमता देवी, अलख निरंजन, ब्रह्मानन्द पाण्डेय सहित अनेक लोग सम्मिलित रहे।