Monday, June 24, 2024
साहित्य जगत

सनातन धर्म परिषद के साहित्य प्रकोष्ठ में काव्य गंगा महादेव संगा का भव्य आयोजन

निर्दोष उपाध्यक्ष, सुधीर महासचिव मनोनीत

सनातन धर्म परिषद के साहित्य प्रकोष्ठ के पटल पर दिनांक २३.०७.२०२२को “काव्य गंगा महादेव संगा” का आनलाइन आयोजन किया गया ।मुख्य अतिथि प.कन्हैया लाल जी परिषद के संस्थापक, आयोजक डॉ अर्चना श्रेया जी सनातन धर्म परिषद साहित्य प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्षा, विशेष अतिथि शिवबक्श यादवजी राष्ट्रीय अध्यक्ष स ध प परशुराम पाल जी, मुकेश प्रसाद जी, बालकृष्ण जी एवं मातृशक्ति सुन्दरी देवी नौटियाल जी की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न हुई।
संचालन इन्दौर मध्यप्रदेश की डाॅ कृष्णा जोशी व धनबाद से आदरणीय निर्दोष जैन जी द्वारा किया गया। भारत के विभिन्न राज्यों से आमंत्रित लगभग ४० कवि/कवयित्रियों ने अपनी उपस्थिति से आयोजन को भव्यता प्रदान की । आदि महादेव पर काव्य गंगा प्रवाहित की गई।
आज ही सनातन धर्म परिषद साहित्य प्रकोष्ठ के दो नव नियुक्ति पदाधिकारियों राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं महासचिव पद के लिए निर्दोष जैन लक्ष्य जी(धनबाद) एवं सुधीर श्रीवास्तव जी(गोण्डा) के मनोनयन की घोषणा संस्थापक पंडित कन्हैया लाल नौटियाल जी ने की,साथ ही उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं पटल के माध्यम से व्यक्त की गई।
शिव को नमन प्रस्तुति के पूर्व आदरणीय सम्माननीय रश्मि श्रीवास्तव जी द्वारा सरस्वती वंदना वह डॉ अर्चना श्रेया जी द्वारा गणेश वंदना प्रस्तुत की गई। अर्चना जैन जी ने कार्यक्रम का आगाज़ किया शिव को नमन सुंदर काव्य से किया, वहीं महादेव जो जपे नाम राम राम ,तथा गरिमा जी, क्षमा जी,उमेश नाग जी, ईश्वर चंद जी,डाॅ कवि निर्मल कुमार जी,विशाल जी, मातृशक्ति पुष्पा निर्मल जी,डाॅ अम्बे कुमारी जी,डाॅ सुमन जी,डाॅ पुष्पा जी,वअन्य जाने माने साहित्यकारों, शिक्षकों, चिकित्सकों के द्वारा सत्य सनातन धर्म परिषद पटल पर सुंदर एक से बढ़कर एक सृजन प्रस्तुति दी गई।
अंत में आभार सुंदर शब्दों में प.कन्हैयालाल के सुविचारों के साथ डाॅ कृष्णा जोशी ने सुंदर पंक्तियां…. सबसे बड़ा तेरा दरबार……. महादेव हमारी सरकार के साथ किया गया। बालकृष्ण जी के परम मित्र राम जी के आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया।ऊॅं शांति के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।।
डॉ अर्चना श्रेया समय समय पर भक्तिमय काव्य संध्या आयोजित करवाती रहती है। सुंदर आयोजन का सभी ने धन्यवाद साथ आभार किया।