Sunday, May 19, 2024
साहित्य जगत

गोरखपुर की सरिता सिंह विद्या वाचस्पति की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया

गोरखपुर (उत्तर प्रदेश): गोरक्षपीठ की विश्व प्रसिद्ध धरती, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर की युवा और प्रखर स्वरों की धनी कवयित्री, सशक्त संचालिका सरिता सिंह को 18.06.2022साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली के छठवें महाकाव्य मेध वार्षिकोत्सव मध्य प्रदेश के संस्कारधानी जबलपुर में प्रतिष्ठित “विद्या वाचस्पति” की मानद उपाधि प्रदान से सम्मानित किया गया।
आयोजन में देश भर के साहित्यकार, शायर, कवियों का विशाल संख्या में आगमन हुआ। इस आयोजन में जबलपुर के होटल दत्त रेसीडेंसी में, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हस्तियों की उपस्थिति में उनके हिंदी सेवा, सारस्वत, साधना, पुस्तक प्रकाशन , साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियों एवं शैक्षणिक प्रदेयों के आधार पर साहित्य संगम संस्थान ने उन्हें विद्यावाचस्पति की मानद उपाधि प्रदान की है।
ज्ञातव्य है सरिता सिंह स्वास्थ्य विभाग (कुष्ठरोग विभाग) खोराबार में कार्यरत हैं और विगत कई वर्षों से हिन्दी साहित्य सेवा कर रही हैं ।
सरिता सिंह गोरखपुर के अलावा 15 साहित्यकारों को मानद उपाधि प्रदान की गई। कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवीर सिंह मंत्र, नीता शेखर, शिवहरे , चित्राश , आचार्य भानु प्रताप वेदालंकार, तरुण सक्षम, डॉ छगनलाल गर्ग, चंद्रपाल सिंह चंद्र के अलावा भारत के कोने-कोने से आए, विशिष्ट साहित्यकार उपस्तिथि थे। कार्यक्रम का संयोजन छायां सक्सेना प्रभु ने किया।

गोरखपुर की बहुमुखी प्रतिभाकी धनी साहित्य की सभी विधाओं में लिखनेवाली कई मंचों से सम्मान प्राप्त, कवयित्री सरिता सिंह को जबलपुर में विधा वाचस्पति मानिद उपाधि प्रदान किया गया।
साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली की तत्वावधान में संस्कारधानी जबलपुर मध्य प्रदेश में (डॉक्टरेट) विद्या वाचस्पति की उपाधि से सम्मानित साहित्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त करने के बाद सरिता सिंह ‘गोरखपुर’ को विद्या वाचस्पति की उपाधि से नवाजा गया।
सरिता के शब्दों में यह मेरे लिए अवर्णीय है इसे पाकर मुझे विशेष अपार हर्षानुभूति हो रही है। इस उपाधि को प्राप्त करने का श्रेय मैं पति डॉ राकेश कुमार सिंह को देती हूं।
अनेक साहित्यिक, सामयिक संगठनों, उनके पदाधिकारियों, साहित्यकारों सहित गोण्डा उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार/कवि सुधीर श्रीवास्तव ने सरिता सिंह को विद्या वाचस्पति सम्मान प्राप्त होने पर बधाइयां और शुभकामनाएं देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की और कहा सरिता सिंह का समर्पण उनके व्यक्तित्व की अलग पहचान को रेखांकित करता है।