Sunday, May 19, 2024
धर्म

रामपुर रेवटी गांव में भगवान बुध ने किया था रात्रि विश्राम

बस्ती। सत्य की खोज मेंराजमहल से निकले सिद्धार्थ भगवान बुद्ध विभिन्न स्थानों का भ्रमण करते हुए बस्ती जनपद के रामपुर रेवटी गांव में पहुंचकर रात में विश्राम किया था जहां उनके दांत का पतन हो गया था। कालांतर में किस जगह की ख्याति दूर-दूर तक फैल गई और बुद्ध धर्म के मानने वाले पवित्र दांत का दर्शन करने के लिए आने लगे। यहां तक की बुध पूर्णिमा के दिन गांव में मेला में लगने लगा और नेपाल मलेशिया जापान मारीशस आदि देशों से भगवान बुध के अनुयाई यहां आने लगे।

गांव के एक मंदिर में स्थानीय पुजारी द्वारा पवित्र दांत की पूजा अर्चना ठीक है दूर-दूर तक फैल गई। आठ दशक पहले तक मुंडेरवा रेलवे स्टेशन पर रामपुर रेवती गांव के साथ ही बुध दंत बंदे के बारे में एक सूचना पट्ट पर विवरण अंकित किया गया था जो कालांतर में हट गया। कहां जाता है कि उक्त मंदिर को पवित्र मानते हुए बुद्ध धर्म में आस्था रखने वाले लोग पूजा अर्चना करने इकट्ठा होते थे। काफी समय बाद मंदिर के पुजारी द्वारा उक्त पवित्र दांत को दक्षिण भारत के एक पुजारी के हाथ बेच दिया गया।

हालांकि उक्त पुजारी ने भी भगवान बुद्ध के पवित्र दांत को श्रीलंका में स्थित कैंडी के बुद्ध मंदिर के पुजारी के हाथ बेच दिया जहां उक्त पवित्र दांत आज भी मंदिर में स्थापित किया गया है प्रत्येक वर्ष बुद्ध पूर्णिमा के दिन उक्त दांत की झांकी निकाली जाती है और हर हाल में इस दौरान बारिश होती है। मानता है कि भगवान बुद्ध के दांत को मंदिर से बाहर निकालने के बाद बुद्ध पूर्णिमा के दिन बारिश होती है।