Wednesday, June 26, 2024
बस्ती मण्डल

लेदवा में चल रही संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा में श्री कृष्ण जन्म पर जमकर झूमे श्रद्धालु

बस्ती। सल्टौआ ब्लॉक के लिए लेदवा में चल रही श्रीमद्भागवद कथा में पांचवें दिन कथा व्यास पंo देवस्य मिश्र ने कृष्ण जन्मोत्सव और पूतना उद्धार की कथा सुनाई। कथा में जैसे ही भगवान का जन्म हुआ पूरा पंडाल ‘नंद के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की’ के जयकारों से गूंज उठा। भागवत में श्रद्धालु जमकर झूमे।
इस दौरान बाल कृष्ण को कंस के कारागार से नंद बाबा के घर ले जाने की झांकी भी प्रस्तुत की गई। कथा व्यास पंo देवस्य मिश्र ने भागवत कथा में महाराज ययाति चंद्रवंशी वंश का वर्णन किया। बताया कि ययाति के बड़े पुत्र यदु हुए। उन्हीं के वंश में भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्णपक्ष अष्टमी को रात्रि 12 बजे रोहिणी नक्षत्र में हुआ। भगवान कृष्ण ने संसार को अंधेरे से प्रकाश में लाने के लिए जन्म लिया और अज्ञान रूपी अंधकार को ज्ञानरूपी प्रकाश से दूर किया। भगवान कृष्ण को जब वासुदेव यशोदा मैया के घर लेकर जा रहे थे, तो शेषनाग ने छाया की और मां यमुना ने चरण छुए। वासुदेव कृष्ण को नंदबाबा के घर छोड़कर यशोदा मैया की कन्या को लेकर वापस कंस के कारागृह में आए। इसके बाद कथा व्यास ने पूतना के उद्धार का प्रसंग सुनाया। इस दौरान क्षेत्र के दूरदराज जगहों से श्रद्धालु देर रात तक कथा में जमे रहे।